मुंबई के मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे सुमित शाह स्कूली पढ़ाई के बाद अपने चाचा की सतारा स्थित दुकान पर काम करने लगें। सांगली से इंजीनियरिंग की डिग्री ली। पढ़ाई के दौरान ही डिजिटल मार्केटिंग, वेब डिजाइनिंग जैसे कोर्स सीखें। साल 2014 में कंप्यूटर कोर्स के दौरान उनकी मुलाकात बिहार के एक छोटे से शहर के रहने वाले सुभाष चौधरी से हुई। जल्द ही दोनों में दोस्ती हो गई। दोनों​ डिजिटल मार्केटिंग की फील्ड में कुछ करना चाहते थे। इसलिए पार्टनरशिप में रिसेमेट्रिक नाम से एक मार्केटिंग एजेंसी शुरु कर दी। साल 2020 में कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन लगा। उसी समय दोनों दोस्तों को 'दुकान' नाम से एक ऐसा ऐप लॉन्च करने का आइडिया आया। कुछ ही महीनों में वह एक सफल स्टार्टअप में गिना जाने लगा।

48 घंटे में तैयार किया एंड्रॉएड ऐप

दरअसल, लॉकडाउन के समय लोग घरों में थे। खुदरा दुकानदारों का बिजनेस ठप हो गया। उसी दरम्यान सुमित को एक रेडिया जॉकी का टेक्स्ट मैसेज मिला। उसमें लिखा था कि 'अब हम व्हाट्सएप पर भी ऑर्डर स्वीकार करते हैं।' यह मैसेज देखकर सुमित सरप्राइज हुए और ऑनलाइन बिजनेस के तरीकों पर विचार करने लगें। महज 48 घंटों के अंदर सुमित ने अपने दोस्त सुभाष के साथ मिलकर 'दुकान' नाम से ऐसा एंड्रॉएड ऐप तैयार कर दिया, जो तकनीकी की कम जानकारी रखने वाले खुदरा दुकानदरों को भी ई—कॉमर्स स्टोर बनाने का मौका देता है। उनका मकसद ऑफलाइन बिजनेस को ऑनलाइन करने में छोटे दुकानदारों की मदद करना था। 

20 दिन में 1.5 लाख से ज्यादा ऑनलाइन स्‍टोर

ऐप महज 30 सेकेंड में दुकानदारों को ऑनलाइन कारोबार खड़ा करने में मदद करता है। लॉन्चिंग के 20 दिनों के अंदर ही ऐप पर 1.5 लाख से ज्‍यादा ऑनलाइन स्टोर बन गए। आपको जानकर हैरानी होगी कि 5 लाख प्रोडक्ट रजिस्टर्ड तो हुए ही, साथ ही 75 हजार से ज्यादा ऑर्डर ऑनलाइन आए। सुमित और सुभाष के ऐप ने छोटे व्यापारियों की कोरोना के समय में भी अपना बिजनेस चलाने में मदद की। पूरे देश से व्यापारियों ने 'दुकान' ऐप के जरिए अपना काम आगे बढ़ाया। रिपोर्ट्स के अनुसार, छोटे और मध्यम आकार के कुल मिलाकर 20 लाख व्यापारियों ने इस प्लेटफॉर्म का यूज किया। 

कम समय में बड़ा बिजनेस खड़ा करने का बड़ा उदाहरण

मौजूदा समय में दुकान ऐप छोटे व्यापारियों को ऑनलाइन अपना बिजनेस मजबूत करने में मदद कर रहा है। ऐप के जरिए हजारो छोटे दुकानदारों की जिंदगी में बदलाव आए। यह देश में कम समय में बड़ा बिजनेस खड़ा करने का एक बड़ा उदाहरण है। ऐप की खासियत यह है कि आप इसमें अपना डिजिटल कैटलॉग बना सकते हैं और उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप आदि पर भी शेयर कर सकते हैं। मार्केटिंग, भुगतान, लॉजिस्टिक्स, इन्वेंट्री वगैरह सब ऐप संभालता है। 

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