नयी दिल्ली। आपने भी ‘उजाला चार बूंदों वाला’ ऐड टीवी पर देखा होगा। उजाला नाम से लॉन्च कपड़ों के इस व्‍हाइटनर ने जल्द ही घर-घर में पहचान बना ली। साल 2000 के दशक में हर सफेद कपड़े पर इसका यूज किया जाता था। आम बोलचाल की भाषा में इसे कपड़ों पर लगाने वाला 'नील' कहा जाता था। सफलता और असफलता की परवाह किए बगैर मूथदत पंजन रामचंद्रन (Moothedath Panjan Ramachandran) ने यह प्रोडक्ट लॉन्च किया था। वह भी 5 हजार रुपये उधार लेकर। अब कम्पनी का कारोबार 17 हजार करोड़ रुपये है। आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी।

कौन है ज्योति लैबोरेटरीज का मालिक?

हर शख्स अपना बिजनेस खड़ा करना चाहता है। पर पैसों की तंगी उसकी राह का रोड़ा बनती है। सपना धरा का धरा रह जाता है। पर ज्‍योति लैबोरेटरीज (Jyothy Laboratories) के फाउंडर मूथदत पंजन रामचंद्रन ने पैसों की कमी का बहाना नहीं बनाया और न ही अवसर की तलाश में भटके। नौकरी छोड़कर इस बिजनेस की शुरूआत कर दी। प्रोडक्ट को मार्केट में स्थापित करने के लिए कई वर्षों तक संघर्ष करते रहें। उनकी मेहनत, लगन और समर्पण का ही नतीजा है कि आज यह प्रोडक्ट अपनी क्वालिटी के लिए जाना जाता है।

लॉन्‍ड्री व्‍हाटनर बनाने का कहां से आया आइडिया?

रामचंद्रन केरल के थ्रिसूर जिले के रहने वाले हैं। सेंट थॉमस कॉलेज से ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन की डिग्री ली। फिर अकाउंटेंट की नौकरी करने लगे। खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते थे। इसी मकसद से लॉन्‍ड्री व्‍हाटनर बनाने का प्रयास शुरू कर दिया। किचन में ही कई बार कोशिश की। पर हार बार उनका प्रयोग असफल रहा। एक बार उनके हाथ केमिकल इंडस्ट्री की एक मैग्जीन लगी। उसमें पर्पल डाई से कपड़ों को सफेद करने की बात पढ़कर डाई बनाना शुरू कर दिया। पूरा साल उसी काम में लगा दिया। आखिरकार उनके हाथ वह फॉर्मूला लग ही गया। जिसने रातों-रात उनकी किस्मत बदल दी।

बेटी के नाम से शुरू किया बिजनेस

अब रामचंद्रन के सामने काम शुरू करने की चुनौती थी, क्योंकि उनके पास जरूरी पूंजी का अभाव था। भाई से 5000 रुपये उधार लिए और अपनी जमीन पर एक छोटी से फैक्ट्री डाल दी। बेटी के नाम से ज्योति लैब की स्थापना की और बाजार में उजाला सुप्रीम लिक्विड फैब्रिक व्‍हाइटनर लांच किया। देखते ही देखते उनका प्रोडक्ट मार्केट में छा गया। 1997 तक यह देश भर का पसंदीदा लॉन्ड्री प्रोडक्ट बन चुका था। अब उनकी ढेरों प्रोडक्ट मार्केट में लेकर आई है। वर्तमान में ज्योति लैब का मार्केट कैप 16900 करोड़ रुपये है। 

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