Neha Byadwal Success Story: राजस्थान के जयपुर में जन्मी नेडा ब्याडवाल छत्तीसगढ़ में पली-बढ़ीं। पिता श्रवण कुमार इनकम टैक्‍स के वरिष्‍ठ अफसर (सीआईटी) के पद पर कार्यरत हैं। शुरू से ही घर का माहौल पढ़ाई​-लिखाई का था। उसी से प्रेरित हुईं और पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुट गईं। कई बार एसएससी एग्जाम क्लियर किया। पर जॉब नहीं ज्वाइन की। चार असफलताओं के बाद यूपीएससी 2023 में 569वीं रैंक हासिल कर अपना सपना पूरा किया। आइए जानते हैं नेडा ब्याडवाल की यूपीएससी सक्सेस स्टोरी। 

राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में पढ़ाई

नेहा के पिता की जाब ट्रांसफरेबल थी। इसलिए उनकी स्कूलिंग अलग-अलग राज्यों में हुई। जयपुर से शुरूआती पढ़ाई। पिता का मध्य प्रदेश ट्रांसफर हुआ तो भोपाल के किडजी हाईस्कूल में दाखिला लिया। छत्तीसगढ़ के डीपीएस कोरबा और डीपीएस बिलासपुर में भी पढ़ाई की। शुरूआती दिनों से ही वह पढ़ाई में काफी होशियार थीं। यूनिवर्सिटी टॉपर रहीं। रायपुर के डीबी गर्ल्स कॉलेज से हॉयर एजुकेशन की डिग्री ली। अलग-अलग जगहों से पढ़ाई का उनकी पर्सनॉलिटी पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ा। देखा जाए तो उन्होंने हर तरह के बैकग्राउंड और कल्चर के स्टूडेंट्स के जीवन को नजदीक से देखा। उससे भी काफी प्रेरणा मिली और जीवन में कुछ करने का जज्बा आया।

चौथे अटेम्पट में 569वीं रैंक

यूपीएससी क्रैक करने से पहले नेहा कई बार एसएससी एग्जाम क्लियर कर चुकी थी। पर उन्होंने कभी सरकारी जॉब ज्वाइन नहीं किया। सिविल सर्विस ज्वाइन करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ती रहीं और अपनी मेहनत के दम पर कम उम्र में सफलता हासिल की। महज 19 साल की उम्र में दिल्ली में कोचिंग कर रायपुर लौटीं। घर पर रहकर सेल्फ स्टडी पर जोर दिया। यूपीएससी के चौथे अटेम्पट में 569वीं रैंक हासिल की।

गलतियों से सीखा

यूपीएससी के पहले तीन प्रयासों में असफलता के बाद भी नेहा ने हिम्मत नहीं हारी, बल्कि दोगुनी मेहनत के साथ परीक्षा की तैयारियों में जुट गईं। उनका मानना है कि हर समस्या का समाधान होता है। अपनी ग​लतियों से सीखा। उनका लक्ष्य इतना स्पष्ट था कि यूपीएससी जर्नी में फेलियर पर कभी डिप्रेशन में नहीं गईं। 

यूपीएससी एस्पिरेंट्स को दिए ये टिप्स

नेहा ब्याडवाल यूपीएससी एस्पिरेंट्स को टिप्स शेयर करते हुए कहती हैं कि खुद पर विश्वास और निरंतर प्रयास सबसे जरूरी है। हार्ड वर्क का कोई विकल्प नहीं है। हर दिन के बनाए टारगेट को अचीव करें। इससे आप मोटिवेट होंगे और आगे बेहतर करेंगे। हमेशा सही लोगों से जरूरत पड़ने पर गाइडेंस लें। हमेशा पॉजिटिव रहें और हर चीज में खुशियां ढूंढने की कोशिश करें। 

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