नई दिल्ली। भारत के नामी-गिरामी प्रौद्योगिक संस्थान IIT से ढेरो टैलेंट निकले हैं, जिन्होंने दुनिया भर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उन्हीं में से एक राकेश माखीजा (Rakesh Makhija) भी हैं। भले ही मौजूदा समय में अमिताभ चौधरी की अगुवाई में भारत के शीर्ष बैंकों में शुमार एक्सिस बैंक का विस्तार हो रहा है। पर अक्टूबर 2023 तक एक्सिस बैंक के चेयरमैन राकेश माखीजा के समय बैंक का मार्केट ग्रोथ हाई रहा। ​रिपोर्ट्स के अनुसार 17 नवम्बर 2023 तक बैंक 3.16 लाख करोड़ रुपये के कैपिटल मार्केट तक गया।  

कौन हैं राकेश माखीजा?

IIT दिल्ली से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक राकेश माखीजा ने साल 2019 में संजीव मिश्रा की जगह एक्सिस बैंक के गैर-कार्यकारी (अंशकालिक) अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी। उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वर्तमान में वह एसकेएफ इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन हैं। इसके अलावा एक्सिस बैंक, टीएमएल ड्राइवलाइंस लिमिटेड, टाटा मार्कोपोलो मोटर्स लिमिटेड, टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और ए ट्रेड्स लिमिटेड के बोर्ड में भी हैं। 

40 साल के कॅरियर में देश-विदेश में किया काम

राकेश माखीजा ने अपने 40 साल के कॅरियर में सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि विदेशों के भी व्यावसायिक घरानों में काम किया। तमाम मौकों पर एसकेएफ ग्रुप की प्रबंधन टीम के मेंबर रहे। दिसम्बर 2014 तक वह इं​डस्ट्रियल मार्केट के अध्यक्ष और स्वीडन में ग्रुप एग्जीक्यूटिव कमेटी के मेंबर भी रहे।

2010 में एसकेएफ ग्रेुप मैनेजमेंट में हुए शामिल

राकेश माखीजा ने इसके पहले शंघाई बेस्ड कंपनी एसकेएफ एशिया के चेयरमैन की जिम्मेदारी भी संभाली। चीन और भारत में कम्पनी की देखभाल की। साल 2010 में उन्होंने काम करना शुरु किया और एसकेएफ ग्रुप मैनेजमेंट में शामिल हो गए। साल 2002 से 2009 तक एसकेएफ इंडिया के एमडी रहे। उस दौरान कंपनी की बिक्री में तीन गुनी बढ़ोत्तरी हुई, मार्केट लीडरशिप के लिए कई इं​डस्ट्री अवार्ड भी मिले।

1997 में बने टाटा हनीवेल के एमडी और सीईओ

राकेश माखीजा ने एसकेएफ ज्वाइन करने से पहले टाटा ग्रुप के साथ भी काम किया। एयरोस्पेस कम्पनी टाटा हनीवेल और हनीवेल इंटरनेशनल में प्रबंधन की अलग अलग भूमिकाएं निभाईं। जून 1997 में टाटा हनीवेल के एमडी और सीईओ बने।

Technip में बिताए 8 साल

अप्रैल 2000 में राकेश माखीजा को हनीवेल इंटरनेशनल का कंट्री मैनेजर और एमडी बनाया गया। दक्षिण एशिया में बिजनेस का विस्तार करने की जिम्मेदारी दी गई थी। आपको बता दें कि हनीवेल में शामिल होने से पहले राकेश Technip में काम कर चुके थे। जहां उन्होंने 8 साल से अधिक समय बिताया। यह डच प्रोसेस इंजीनियरिंग और कॉन्ट्रैक्टिंग फर्म अब काइनेटिक्स टेक्नोलॉजी इंटरनेशनल बीवी (Technip) के नाम से जानी जाती है।

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