यूपी के वाराणसी की शालिनी पटेल ने बीएड प्रवेश परीक्षा में टॉप किया है। लंका थाना क्षेत्र के डाफी इलाके की रहने वाली शालिनी के पिता कल्लू पटेल राजमिस्त्री का काम करते हैं। मॉं अनीता देवी गृहिणी हैं। शालिनी मध्यम वर्गीय परिवार से हैं, पर पैसा कभी पढ़ाई की राह में बैरियर नहीं बना। शुक्रवार को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी किया, जिसमें शालिनी पटेल को 400 में 370 अंक मिले हैं।
वाराणसी। यूपी के वाराणसी की शालिनी पटेल ने बीएड प्रवेश परीक्षा में टॉप किया है। लंका थाना क्षेत्र के डाफी इलाके की रहने वाली शालिनी के पिता कल्लू पटेल राजमिस्त्री का काम करते हैं। मॉं अनीता देवी गृहिणी हैं। शालिनी मध्यम वर्गीय परिवार से हैं, पर पैसा कभी पढ़ाई की राह में बैरियर नहीं बना। शुक्रवार को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी किया, जिसमें शालिनी पटेल को 400 में 370 अंक मिले हैं।
बच्चों को नि:शुल्क ट्यूशन पढ़ाती रहीं शालिनी
शालिनी शुरुआती दिनों से ही स्थानीय बच्चों को नि:शुल्क ट्यूशन पढ़ाती रही और खुद भी पढ़ती रहीं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, बच्चों को पढ़ाने में उनका मन लगता था। साधारण परिवार की शालिनी पटेल का बीएड प्रवेश परीक्षा में यह उनका दूसरा प्रयास था। आगे चलकर वह आईएएस बनना चाहती हैं।
आनलाइन और किताबों के सहारे घर पर की तैयारी
पिछले साल यानी 2020 में बीएड प्रवेश परीक्षा में उन्हें अच्छे अंक नहीं मिले थे। इस बार उन्होंने परीक्षा की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी। घर पर ही तैयारी की, आनलाइन सोर्सेज की भी मदद ली। वह अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता, भाई बहनों और टीचर्स को देती हैं। शालिनी की तीन बहनें और एक भाई भी है। बड़ा भाई घर की जिम्मेदारियों को पूरा करने में पिता का हाथ बटाता है।
गांव से ही 12वीं तक की पढ़ाई
शालिनी ने गांव के ही जवाहर आदर्श इंटर कॉलेज से 12वीं तक पढ़ाई की और उसके बाद बीएचयू से स्नातक और परास्नातक किया। कक्षा छह से ही वह बच्चों को पढ़ाने का काम करती रही हैं। वह पढ़ाई के साथ सामाजिक संस्थाओं के कार्यक्रमों में भी शामिल होती रही हैं। उन्होंने ईको-स्किल्ड गंगा मित्र का भी प्रशिक्षण लिया है। यह प्रशिक्षण उन्होंने महामना मालवीय गंगा शोध केंद्र बीएचयू से लिया है।
Last Updated Jul 1, 2023, 6:26 PM IST