नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आखिरकार पार्टी नेतृत्व की मुश्किलें क्यों बढ़ाते है। कभी हिंदू आतंकवाद के जरिए हिंदूओं को निशाना बनाने वाले दिग्गी राजा ने ये बयान देकर सबको चौंका दिया है कि जासूसी मुसलमान से ज्यादा गैर-मुसलमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संघ और बीजेपी के लोग पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से पैसा लेते हैं। दिग्गी राजा का ये बयान कांग्रेस की नई अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए एक बड़ी परेशानी लेकर आ रहा है। क्योंकि तीन राज्यों में चुनाव होने हैं और ऐसे में ये बयान कांग्रेस के लिए बड़ी मुसीबत है।

दिग्विजय सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाते हैं और अकसर अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। दिग्विजय सिंह का ये बयान जाहिर तौर पर कांग्रेस पार्टी को असहज करने वाला है। क्योंकि पार्टी पहले ही राहुल गांधी के कश्मीर वाले बयान पर घिरी हुई है और अब कांग्रेस नेता का ये बयान भले ही मुस्लिमों को खुश करने वाला हो लेकिन इससे बहुसंख्यक वर्ग नाराज हो रहा है।

अगर पिछले दो लोकसभा चुनाव का नतीजा देखें तो देश में कई साल तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी मुख्य विपक्षी दल का दर्जा तक खो चुकी है। चुनाव से पहले कांग्रेस के बयानवीर बयान देते हैं जिसके कारण पार्टी को नुकसान होता है। आमतौर पर कभी सोनिया या राहुल गांधी इस तरह के बयान नहीं देते हैं। लेकिन दिग्गी राजा या मणिशंकर अय्यर इस तरह के बयान देकर पार्टी नेतृत्व की मुश्किलें बढ़ाने में पीछे नहीं रहते हैं।

दिग्विजय सिंह ने भिंड में कहा कि जो लोग आईएसआई से पैसा लेते हैं, वही लोग भाजपा और संघ से भी पैसा लेते हैं। भाजपा को हमें राष्‍ट्रवाद सिखाने की जरूरत नहीं है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए मुसलमानों से ज्‍यादा गैर-मुसलमान जासूसी कर रहे हैं। 

कभी हिंदू आतंकवाद की परिभाषा गढ़ने वाले कांग्रेस नेता ने कहा कि कई लोग पाकिस्तान के लिए जासूसी करते पाए गए हैं, वे लोग बजरंग दल, बीजेपी और आईएसआई से पैसा ले रहे हैं। इसके साथ ही आईएसआई के लिए जासूसी मुसलमान से ज्यादा गैर-मुसलमान रहे हैं। राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रहे  कांग्रेसी नेता ने कहा, 'जितने भी हिंदू धर्म वाले आतंकवादी पकड़े गए हैं, सब संघ के कार्यकर्ता रहे हैं। नाथू राम गोडसे, जिसने महात्मा गांधी को मारा, वह भी आरएसएस का हिस्सा था।