नई दिल्ली। दिल्ली के शाहीन बाग में करीब 50 दिन से चल रहे विरोध प्रदर्शन से परेशान जनता अब सड़कों पर उतर आई है। आज स्थानीय लोगों ने इस धरने और प्रदर्शन के खिलाफ प्रदर्शन किया और सड़क को खोलने की मांग की। इसके खिलाफ आज शाहीन के आसपास की कॉलोनियां के हजारों लोग सड़कों पर प्रदर्शन के लिए उतर आए और उन्होंने शाहीन बाग में बंद रास्ते को खोलने की मांग की।

शाहीन बाग में पिछले 50 दिनों से बंद रास्ते को खुलवाने के लिए आज दिल्ली की जनता सड़कों पर उतार आई है। क्योंकि जनता को रोजाना अपने गंतव्य जाने के लिए 30 किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता तय करना पड़ रहा है। जिसके कारण दिल्ली ही नहीं बल्कि नोयडा के लाखों लोगों को परेशानी हो रही है। यही नहीं दिल्ली नोयडा और फरीदाबाद के लाखों लोग इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन दिल्ली में पिछले 50 दिन से बंद इस रास्ते के कारण लोगों को रोजाना 30 किलोमीटर अतिरिक्त जाना पड़ रहा है और इसके लिए किराये का ज्यादा पैसा देना पड़ रहा है।

जबकि दिल्ली के शाहीन बाग की सड़कों पर बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं और चंद लोग इसका विरोध कर आम लोगों को परेशान कर रहे हैं। इसके लिए बदरपुर, सरिता विहार और फरीदाबाद के लोगों ने पिछले दिनों ही सरिता बिहार के एसीपी को शिकायत की थी और कहा था कि अगर पुलिस रास्ते को नहीं खुलावाती है तो जनता मजबूर होकर इन लोगों के खिलाफ मार्च निकालेगी। रास्ता बंद होने से परेशान जनता का कहना है कि अगर शाहीन बाग के लोगों को नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करना है तो जंतर-मंतर या रामलीला मैदान जाकर धरना दें और रास्ता खाली करें।

गौरतलब है कि सीएए के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग के लोग धरने पर बैठे हैं और इसके कारण कालिंदी कुंज-नोएडा रोड बंद है। जिसके कारण रोज  स्कूली बच्चों से लेकर नोएडा में काम करने वालों को लंबे ट्रैफिक से जूझना पड़ रहा है। यही नहीं दूसरे रास्ते का इस्तेमाल करने में 30 किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता तय करना पड़ रहा है।

कपिल भी था रास्ता बंद होने से परेशान

शाहीन बाग में बंद रास्ते के कारण ही कपिल गुज्जर परेशान था। कपिल ने कल ही शाहीन बाग में गोली चलाई थी। उसका भी यही कहना है कि लोगों ने धरने के कारण आम लोगों को परेशानी हो रही है। कपिल के परिजनों का आरोप है कि उसे धरने और रास्ता बंद होने के कारण बदरपुर डेयरी पहुंचने में दो घंटे ज्यादा लगते थे। जिसके कारण वह परेशान था।