तापमान बढ़ने के साथ ही जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में जमी बर्फ पिघलने लगी है। ऐसे में सुरक्षा बलों को पाकिस्तान की ओर से होने वाली आतंकियों की घुसपैठ बढ़ने की आशंका है। सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान और उसके अवैध कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में ऐसे 16 आतंकी कैंपों की पहचान की है, जहां आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। यहां से उन्हें भारत में घुसपैठ करने के लिए भेजा जाता है।

नई खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 16 आतंकी ठिकानों को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। सूत्रों के अनुसार, इन कैंपों को न सिर्फ शारीरिक प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल किया जाता है बल्कि आतंकियों को हाईटेक गैजेट्स चलाने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है। 

सभी आतंकी कैंप पाकिस्तान सेना के बेस के आसपास हैं। पीओके में 11 ऐसे आतंकी कैंप भारतीय सीमा के करीब हैं। ताकि वहां से भारत में घुसपैठ की जा सके। इन 11 कैंपों में से 5 पीओके के मुजफ्फराबाद, कोटली और बरनाला क्षेत्र में हैं। 

सूत्रों का कहना है कि आतंकियों ने इन कैंपों से सीमा के समीप स्थित लांच पैड की ओर बढ़ना शुरु कर दिया है। इसे देखते हुए सेना ने भी जवानों को निगरानी के लिए अग्रिम इलाकों में तैनात कर रखा है। ये इलाके हाई अलर्ट पर हैं। सेना के मुताबिक, घुसपैठ के किसी भी प्रयास का जवाब गोलियों से दिया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार, गर्मियों में पाकिस्तान की ओर से उकसावे वाली कई कार्रवाई देखने को मिलेंगी, क्योंकि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को फिर से तेज करना चाहता है। जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडरों का सेना ने खात्म कर दिया है। सेना और दूसरे सुरक्षा बलों द्वारा लगातार चलाए जा रहे ऑपरेशन के कारण नए आतंकी जैश में शामिल नहीं हो रहे हैं। 

सूत्रों के मुताबिक, इन ट्रेनिंग कैंपों में आतंकियों को कमांडो जैसी ट्रेनिंग दी जा रही है। यानी उन्हें नई तकनीक के साथ मिलकर लड़ने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन आतंकी कैंपों में शीर्ष आतंकी कमांडरों के कम्युनिकेशन और कंट्रोल स्टेशन हैं। इन कैंपों में आतंकियों को स्नाइपर ट्रेनिंग, पानी में लड़ने की ट्रेनिंग, ड्रोन चलाना और आईईडी लगाना सिखाया जाता है। 

सूत्रों का कहना है कि आतंकियों को पानी में लड़ने का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसने भारत में समुद्री मार्गों से होने वाले हमलों की आशंका बढ़ा दी है। नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने मंगलवार को चेताते हुए कहा कि ऐसे रिपोर्ट्स हैं कि आतंकियों को समुद्री मार्गों से हमले करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। 

सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों की जानकारी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर साझा की जाएगी, ताकि यह बताया जा सके कि कैसे पाकिस्तान आतंकियों की ऐशगाह बन गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के पास इन ठिकानों की सैटेलाइट तस्वीरें मौजूद हैं।