गुजरात के गिर वन से बचाए गए सात शेरों की यहां उपचार के दौरान मौत हो गई। जिससे 12 सितम्बर के बाद से मरने वाले शेरों की कुल संख्या 21 हो गई है। राज्य सरकार ने सोमवार को यह जानकारी दी। सरकार ने स्वीकार किया कि विषाणु संक्रमण के कारण भी कुछ शेरों की मौत हुई है।

सरकारी अधिकारियों ने कहा कि इन शेरों की मौत के लिए जिम्मेदार विषाणु किस प्रकार के हैं, उनकी अभी तक पहचान नहीं हुई है।

गौरतलब है कि दुनिया में एशियाटिक शेरों का एकमात्र आश्रय स्थल गिर के जंगल ही हैं।

इस बीच चौंकाने वाली खबर यह भी सामने आई है कि 12 से 16 सितंबर तक मरे 11 शेरों में से चार शेर कैनाइन डिस्टेंपर वायरस (सीडीवी) से पीड़ित थे। यह जानलेवा वायरस कुत्तों से जंगली जानवरों में फैला है। इस वायरस की वजह से साल 1994 में अफ्रीका में तंजानिया के मशहूर सेरेंगेटी रिजर्व में करीब 1000 शेरों का सफाया कर दिया था।