नई दिल्ली। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें इतनी बढ़ गई हैं कि वह वह देश में आपातकाल लागू करने का ऐलान कर सकते हैं। देश में आजादी मार्च निकालने वाले मौलाना फजलुर्रहमान के नेतृत्व में विपक्षी नेताओं ने इमरान खान को महज 48 घंटे का समय दिया है। जिसमें उन्हें इस्तीफा देना है।

पाकिस्तान में हालात काफी खराब हैं। खासतौर से कराची और इस्लामाबाद के। जहां पर लोग घरों में बंद हो गए हैं। जबकि मौलाना फजलुर्रहमान के नेतृत्व में विपक्षी दलों के कार्यकर्ता राजधानी में डेरा जमाए हुए हैं। राजधानी के हालात ये हैं कि लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं और साग सब्जियों की कीमतों में जबरदस्त इजाफा हो गया है। यहां तक की स्थानीय नागरिकों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है।  वहीं विपक्षी दलों ने एक बार फिर प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्तीफा देने के लिए 48 घंटे का समय दिया है।

विपक्षी दलों ने साफ किया है कि अगर वह इस्तीफा नहीं देते हैं तो पूरे देश को बंद किया जाएगा। विपक्षी दल पिछले साल देश में हुए चुनाव में धांधली का आरोप लगा रहे हैं। वहीं विपक्षी दलों ने साफ किया है कि दो दिन बाद सरकार विरोधी व्यापक प्रदर्शन होंगे। पाकिस्तान में दक्षिणपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फज़ल (जेयूआई-एफ) के नेता अब देशव्यापी प्रदर्शन की धमकी दे रहे हैं। वहीं माना जा रहा है कि पाकिस्तान की इमरान सरकार पाकिस्तान में आपातकाल की घोषणा कर सकती है।

ताकि देश का शासन पूरी तरह से सेना के हाथ में चला जाए। वहीं पाकिस्तानी सेना भी देश की सत्ता अपने हाथ में लेना चाहती है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में सेना ने भी पीएम इमरान खान का साथ देने से मना कर दिया है। सेना ने साफ किया है कि वह किसी भी हाल में सत्ताधारी दल का साथ नहीं देगा। लिहाजा इमरान खान की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता फरतुल्लाह बाबर ने कहा कि विपक्ष सरकार को दबाव में रख रही है।