नई दिल्ली। देश में कोरोना संकट के बीच कुछ लोग जरूरी मेडिकल उत्पादों को तस्करी करने से बाज नहीं आ रहे हैं।  देश में सरकार ने पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) किट, मास्क, रॉ मटेरियल, और सैनिटाइज़र के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है।  उसके बाद बावजूद कारोबारी उनकी चीन को तस्करी कर रहे हैं।  कस्टम और एक्साइज विभाग ने दिल्ली एयरपोर्ट पर भारी मात्रा में पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) किट, मास्क, रॉ मटेरियल, और सैनिटाइजर को पड़ा है। जिन्हें तस्करी के जरिए चीन को भेजा जा रहा था। 

फिलहाल दिल्ली कस्टम ने इसकी जांच शुरू कर दी है।  विभाग ने बताया कि एयरपोर्ट से चीन  के लिए भारी मात्रा में पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) किट, मास्क, रॉ मटेरियल, और सैनिटाइजर की तस्करी की थी। भारत में बढ़ते कोरोनावायरस के मामलों के बीच  विदेश व्यापार महानिदेशालय ने सभी वेंटिलेटर, सर्जिकल, डिस्पोजेबल (2/3 प्लाई) मास्क, पीपीई किट समेत कई उत्पादों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।  वहीं डीजीएफटी ने कच्चे माल अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर के निर्यात पर भी बाद में प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन अब इसके निर्यात को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।

कस्टम ने खुफिया सूचना के आधार पर, एयर कार्गो ने मल्टीपल शिपमेंट्स में 5.08 लाख मास्क, 950 लीटर सैनिटाइज़र, और कूरियर टर्मिनल और 952 पीपीई किट को पकड़ा है। इन्हें चीन तस्करी के जरिए भेजा जा रहा था। कस्टम ने मास्क के लिए 2,480 किलोग्राम कच्चा माल भी जब्त किया है। कस्टम के मुताबिक सामान को पाउच के लिए पैकिंग सामग्री के रूप में दिखाया गया था  और इसे चीन भेजा जा रहा था। फिलहाल इसके लिए कस्टम ने जांच शुरू कर दी है। क्योंकि आशंका है कि भारत से तस्करी के जरिए जरूरी मेडिकल उत्पादों को चीन भेजा जा रहा है। कोरोना का संक्रमण के बढ़ने के कारण सरकार ने विदेशों से पीपीई किट आयात करने का फैसला किया था। लेकिन बाद में देश में पीपीई किट का उत्पादन होने लगा है और अब भारत विदेशों को मास्क और किट निर्यात  कर रहा है।