लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस टीम और बदमाशों के बीच हुए कल रात हुई मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि 12 से ज्यादा जवान घायल है और उनका इलाज चल रहा है। इसमें से एक जवान कि स्थिति नाजुक बनी हुई है। वहीं कानपुर जोन एडीजी , आईजी और पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं।

जानकारी के मुताबिक पुलिस दल कानपुर के हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को उसके गांव बिकरू में गिरफ्तार करने गई थी। लेकिन बदमाशों को इसकी जानकारी मिल गई और उन्होंने पुलिस टीम को घेरकर पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। इस घटना में मौके पर ही 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि 12 से अधिक घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। वहीं जानकारी के मुताबिक एक जवान की स्थिति काफी नाजुक बनी हुई है।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि विकास दूबे अपने घर में मौजूद है और पुलिस दल ने आधी रात को कुख्यात अपराधी विकास दुबे को उसके घर पर दबिश डाली, लेकिन बदमाशों ने गांव में पुलिस को घेर लिया और छत से छिपकर पुलिस दल को निशाना बनाते हुए गोलियां बरसाईं।

इस गोलीबारी में कानपुर के बिल्हौर थाना के सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत तीन सब इंस्पेक्टर और चार सिपाही शहीद मौके पर ही शहीद हो गए जबूकि 12 से अधिक पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है। सभी घायल पुलिसकर्मी को कानपुर नगर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है वहीं इन में एक एक पुलिस कर्मी की स्थिति नाजुक बनी हुई है।

इस घटना की जानकारी मिलते ही एडीजी जयनारायण सिंह, आईजी पुलिस, एसएसपी समेत आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं और पुलिस ने इलाके को चारों ओर से घेर रखा है। पुलिस का कहना है कि विकास दुबे खूंखार अपराधी है और उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं और वहीं वह 2003 में शिवली थाने में घुसकर भाजपा नेता संतोष शुक्ला की हत्या का आरोपी है।