बीजेपी ने राज्य की ज्यादातर सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए थे। लेकिन रायबरेली को लेकर सस्पेंस था। पहले ये कहा जा रहा था कि आप नेता कुमार विश्वास रायबरेली से बीजेपी के प्रत्याशी हो सकते हैं। लेकिन उन्होंने अभी तक पार्टी का दामन नहीं थामा है। इसके बाद हाल में बीजेपी में शामिल होने वाले वीरेन्द्र पुनिया की चर्चा थी कि पार्टी उन्हें रायबरेली से लड़ा सकती है। लेकिन बाहरी होने के कारण बीजेपी ये खतरा नहीं लेना चाहती थी।
उत्तर प्रदेश की वीवीआईपी सीट माने जाने वाले रायबरेली पर अब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ कभी गांधी परिवार के करीबी रहे नेता को बीजेपी ने मैदान में उतारा है। बीजेपी ने एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह को सोनिया के खिलाफ रायबरेली से अपना प्रत्याशी बनाया है। जिससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। दिनेश प्रताप सिंह फिलहाल स्थानीय निकाय से यूपी विधानपरिषद के सदस्य हैं।
बीजेपी ने राज्य की ज्यादातर सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए थे। लेकिन रायबरेली को लेकर सस्पेंस था। पहले ये कहा जा रहा था कि आप नेता कुमार विश्वास रायबरेली से बीजेपी के प्रत्याशी हो सकते हैं। लेकिन उन्होंने अभी तक पार्टी का दामन नहीं थामा है। इसके बाद हाल में बीजेपी में शामिल होने वाले वीरेन्द्र पुनिया की चर्चा थी कि पार्टी उन्हें रायबरेली से लड़ा सकती है। लेकिन बाहरी होने के कारण बीजेपी ये खतरा नहीं लेना चाहती थी। लिहाजा पार्टी ने कभी गांधी परिवार के करीबी रहे दिनेश प्रताप सिंह को उतारा है।
दिनेश प्रताप सिंह एमएलसी हैं और पिछले साल ही बीजेपी में शामिल हुए हैं। दिनेश प्रताप सिंह ने अपने राजनैतिक जीनव की शुरूआत समाजवादी पार्टी से की और उसके बाद वह बीएसपी में चले गये। लेकिन वहां से उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा और गांधी परिवार के करीबी बने। रायबरेली में उनकी पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्थानीय स्तर पर कांग्रेस का मजबूत संगठन न होने के बावजूद वह एमएलसी का चुनाव जीतने में कामयाब रहे। दिनेश प्रताप सिंह पिछले साल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए।
वह कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार थे। पिछले लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी के चुनाव में दिनेश प्रताप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। असल में रायबरेली में दबंग अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह की बढ़ती राजनैतिक ताकत के कारण दिनेश सिंह ने कांग्रेस छोड़ना बेहतर समझा। कांग्रेस ने कुछ महीने पहले ही अदिति सिंह को महिला कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है और वह प्रियंका गांधी की करीबी मानी जाती हैं।
जानें कौन हैं दिनेश प्रताप सिंह
दिनेश प्रताप सिंह रायबरेली के दिग्गज नेता माने जाते हैं। जिले के ठाकुर वर्ग में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है। गांधी परिवार के करीबी होने के बावजूद उन्होंने पिछले साल कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन था। उनके भाई अवधेश प्रताप सिंह रायबरेली के ज़िला पंचायत अध्यक्ष हैं। वहीं उनके एक और भाई राकेश सिंह रायबरेली की हरचंदपुर विधानसभा से विधायक है। फिलहाल दिनेश प्रताप सिंह स्थानीय निकाय सीट से विधान परिषद के सदस्य हैं।
Last Updated Apr 4, 2019, 9:51 AM IST