नई दिल्ली: जाने माने सुरक्षा और नीति एक्सपर्ट अभिजीत अय्यर मित्रा ने दिल्ली पुलिस के पास सोशल मीडिया नेटवर्क फेसबुक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि ‘फेसबुक आईएसआई के साथ मिलकर भारतीय चुनाव को प्रभावित कर रहा है’। मित्रा ने भारतीय चुनाव आयोग के पास भी फेसबुक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। 

मित्रा ने अपनी शिकायत मे कहा है कि ‘फेसबुक विदेशी ताकतों के इशारे पर भारत की आंतरिक चुनावी प्रक्रिया’ में बाधा डाल रही है। इन विदेशी ताकतों में पाकिस्तान की बदनाम खुफिया संस्था आईएसआई भी शामिल है।  
 
हाल ही में फेसबुक ने कई वेबसाइटों को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया था। हालांकि फेसबुक का कहना है कि यह वेबसाइटें झूठी खबरें फैला रही थीं। लेकिन वास्तव में फेसबुक ने उन्हीं वेबसाइटों को हटाया है जो राष्ट्रवादी विचारों का प्रसार कर रही थीं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों का प्रचार प्रसार कर रही थीं। 

फेसबुक ने माय नेशन के फेसबुक पेज को भी बिना किसी तरह की पूर्व सूचना के बंद कर दिया है। हालांकि फेसबुक मैनेजमेन्ट ने माय नेशन को कहा है कि इस समस्या को जल्दी ही सुलझा लिया जाएगा। लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ और ना ही इसके लिए कोई कारण बताया गया है। 

अभिजीत अय्यर मित्रा की शिकायत संसद मार्ग थाने में दर्ज कराई गई है। उन्होंने भारत में फेसबुक के वाइस प्रेसिडेन्ट अजीत मोहन और संस्थापक तथा चेयरमैन मार्क जुकरबर्ग के खिलाफ जांच किए जाने की मांग की है। 

मित्रा ने अपनी शिकायत में कहा है कि 17 मई 2018 को फेसबुक की ग्लोबल पॉलिटिक्स और गवर्नमेन्ट आउटरिच डायरेक्टर ने अमेरिकी थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल के साथ साझेदारी की घोषणा की। जिसमें इस बात पर सहमति बनी कि ‘फेसबुक दुनिया भर के चुनावों में सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करेगा’। 

अय्यर ने बताया कि इसका मतलब था कि ‘फेसबुक भारत की चुनावी प्रक्रिया के दौरान सूचनाओं के प्रवाह को नियंत्रित करना चाहता है’। 

मित्रा ने इस बात की तरफ ध्यान दिलाने की कोशिश की कि अटलांटिक काउंसिल के सदस्य शुजा नवाज पाकिस्तान के पूर्व सेनाध्यक्ष आसिफ नवाज जंजुआ के भाई हैं। 

मित्रा द्वारा फेसबुक पर लगाए हुए आरोप भारतीय दंड संहिता की धारा 121 औऱ 120बी के तहत आते हैं। 

उन्होंने अपनी शिकायत में इस सोशल मीडिया वेबसाइट के पुराने दागदार अतीत का भी हवाला दिया है। 

उन्होंने अपनी शिकायत में बताया है कि ‘फेसबुक के विरुद्ध इंग्लैण्ड में ब्रेक्जिट पर मतसंग्रह के दौरान दखलअंदाजी का आरोप लगा था। साल 2016 में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी के साथ मिलकर गड़बड़ी का आरोप लगा था। इस मामले में कैंब्रिज एनालिटिका के एक पूर्व कर्मचारी क्रिस्टोफर वाइली ने खुलासा किया था। जिसके बाद यह मामला विदेशी मीडिया में छा गया था।’

अभिजीत अय्यर मित्रा ने इस तथ्य का भी जिक्र किया है कि फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग की अमेरिकी कांग्रेस के सामने पेशी भी हुई थी। जिसमें उन्होंने ‘इस बात से इनकार नहीं किया था कि यूजर्स के डाटा की चोरी हुई थी। हालांकि उन्होंने इसमें किसी संस्था या फिर व्यक्ति के शामिल होने से इनकार किया था।’