वृंदावन: दिल्ली के हज़रत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से एर्नाकुलम जाने वाली स्पेशल ट्रेन में छिनैती की वारदात का विरोध करने पर माँ बेटी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।  वारदात के बाद से रेलवे में हड़कम्प मच गया। 

 पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर की रहने वाली 45 वर्षीय महिला मनीषा अपनी बेटी मीणा और बेटे आकाश के साथ निजामुद्दीन से कोटा जा एर्नाकुलम एक्सप्रेस ट्रेन से जा रहे थे। ट्रेन जैसे ही वृन्दावन रोड एक्सप्रेस के समीप पहुँची की तभी कोच संख्या s2 में सवार कुछ बदमाशों ने चोरी और छिनैती की वारदात को अंजाम दे कर ट्रेन की चैन पुलिंग कर दी। 

 चैन पुलिंग करने के बाद बदमाश जब ट्रेन से भागने लगे तो उनके पीछे मनीषा और उसकी बेटी मीना जब भागी तो वह गिर गईं और ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गयी। वारदात की जानकारी ट्रेन के यात्री और मनीषा के बेटे ने तत्काल दोबारा चैन पुलिंग कर पुलिस को दी।  सूचना मिलते ही रेलवे में हड़कम्प मच गया  और आनन फानन में जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी मौके पर पहुँच गए।  वारदात स्थल पर पहुँचे एसपी जीआरपी ने बताया कि खुलासे के लिए दो टीम लगाई गई हैं और जल्द खुलासा किया जाएगा।