नई दिल्ली। एडमिरल करमबीर सिंह नौसेना के 24वें प्रमुख बन गए हैं। उन्होंने शुक्रवार को अपना कार्यभार संभाल लिया। वह ऐसे पहले हेलीकॉप्टर पायलट हैं, जो नौसेना का संचालन करेंगे।

उन्होंने एडमिरल सुनील लांबा की जगह ली है। करीब चार दशक के शानदार कॅरियर के बाद लांबा सेवानिवृत्त हो गए हैं। शीर्ष पद पर नियुक्ति से पहले करमबीर सिंह विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ  (एफओसी-इन-सी) थे।

नौसेना प्रमुख के तौर पर एडमिरल सिंह की तत्काल प्राथमिकता नए जंगी जहाजों, पनडुब्बियों एवं विमानों को शामिल कर भारतीय नौसेना के आधुनिकीकरण में लंबे समय से चली आ रही देरी को जल्द से जल्द पूरा करना है।

फिलहाल नौसेना में करीब 132 जहाज, 220 विमान और 15 पनडुब्बियां हैं। एडमिरल सिंह की हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की मौजूदगी के विस्तार और समग्र प्रभाव पर फोकस करने की भी संभावना है। हिंद महासागर में चीन बहुत तेजी से अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है।

करमबीर सिंह की पदोन्नति को अंडमान निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ वाइस एडमिरल बिल वर्मा ने वरीयता के आधार पर चुनौती दी थी। हालांकि रक्षा मंत्रालय ने वाइस एडमिरल वर्मा की याचिका खारिज कर दी जिसके बाद सिंह ने सैन्य न्यायाधिकरण का रुख किया था।

सशस्त्र बल न्यायाधिकरण ने नए नौसेना प्रमुख के तौर पर एडमिरल सिंह के प्रभार संभालने को हरी झंडी दे दी और कहा कि इस पद पर उनका बने रहना मामले में सुनवाई के नतीजों पर निर्भर करेगा। न्यायाधिकरण ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 17 जुलाई की तारीख तय की है। एडमिरल सिंह के इस पर नवंबर 2021 तक बने रहने की संभावना है।