मेरठ। समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। नाहिद हसन गिरफ्तारी के डर से फरार हैं। नाहिद पर ट्रैफिक कानून तोड़ने और अफसरों से बदसलूकी करने का आरोप है। वहीं गाड़ी के फर्जी कागजातों के मामले में उन्हें कभी भी जेल भेजा जा सकता है। इसलिए वह गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हैं। यही नहीं अगर नाहिद आत्मसमर्पण नहीं करते हैं तो 20 अक्टूबर को जिला प्रशासन उनके घर की कुर्की करेगा।

रामपुर में सपा सांसद पिछले कई दिनों से फरार चल रहे हैं। अब सपा के ही शामली से विधायक नाहिद हसन फरार हैं। अपने विवादित बयानों और दबंगई के लिए बदनाम नाहिद हसन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। जिसके कारण वह फरार चल रहे हैं।

पिछले दिनों गाड़ी की चेकिंग के दौरान नाहिद ने कैराना के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट अमित पाल शर्मा के साथ बदलसूलकी की। शर्मा गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे। लेकिन नाहिद के पास न तो गाड़ी के दस्तावेज थे न ही लाइसेंस। इसके बाद वह ट्रैफिक उल्लंघन कर एसडीएम से भिड़ गए।

वहीं उन्होंने सरकार अफसर के साथ बदलसलूकी की। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने नाहिद के खिलाफ कार्यवाही करने का आदेश दिया। इसके बाद नाहिद के खिलाफ ड्यूटी कर रहे सरकारी अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने पर विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

असल में नाहिद के खिलाफ पहले से ही 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं। जिला प्रशासन ने नाहिद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित करने और दंगे भड़काने से संबंधित मामलों को फिर से खोल दिया है। जिसके बाद पुलिस ने नाहिद हसन के खिलाफ 4 मामलों में वारंट कर लिया है। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी होनी तय है।

लिहाजा पुलिस ने उनके कैराना और दिल्ली आवासों पर छापेमारी की है। लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। वह गिरफ्तारी के डर से भूमिगत हो गए हैं और उन्हें 'फरार' घोषित कर दिया गया है। उधर पुलिस भी नाहिद को गिरफ्तार करने में जुटी है। लेकिन अगर नाहिद आत्मसमर्पण नहीं करते हैं तो जिला प्रशासन 20 अक्टूबर तक उनकी संपत्ति को कुर्क करेगा।