नई दिल्‍ली। मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट में टैक्स बढ़ाने का ऐलान के बाद माना जा रहा कि टैक्स बढ़ने के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दो रुपये से ज्यादा का इजाफा होगा। इससे एक तरह आम लोगों की जेब में बोझ पड़ेगा वहीं माल ढुलाई में भी इजाफा होगा। केन्द्र सरकार पेट्रोल और डीजल में टैक्स में इजाफा कर 28 हजार रुपये अतिरिक्त जुटाना चाहती है।

केन्द्र सरकार पेट्रोलियम उत्पादों पर टैक्स बढ़ाने का ऐलान कर चुकी है। जिसके पेट्रोल में 2.5 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 2.3 रुपए प्रति लीटर का इजाफा होगा। केन्द्र सरकार राजकोषिय घाटे को कम करने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में इजाफा कर रही है। सरकार इसके जरिए 28,000 करोड़ रुपए का राजस्व जुटाने की तैयारी में है। असल में स्थानीय बिक्री कर या वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) में केंद्रीय उत्पाद शुल्क लगाया जाता है।

जिसके बाद माना जा रहा है कि पेट्रोल की कीमत में 2.5 रुपए लीटर और डीजल की कीमत में 2.3 रुपए का इजाफा होगा। शुक्रवार को दिल्ली एक लीटर पेट्रोल की कीमत 70.51 रुपए और मुंबई में 76.15 रुपए प्रति लीटर थी।  गौरतलब है कि वित्‍त मंत्रालय ने राजस्व बढ़ाने के लिए हाल ही में कच्‍चे तेल पर एक रुपए प्रति टन का आयात शुल्‍क भी लगाया है। जानकारी के मुताबिक भारत सरकार देश की ईधन खपत को पूरा करने के लिए 22 करोड़ टन से अधिक कच्‍चे तेल का आयात करती है।

जिसके जरिए उसे 22 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होता है। गौरतलब है कि अभी तक पेट्रोल पर कुल उत्‍पाद शुल्‍क 17.98 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर कुल 13.83 रुपए प्रति लीटर का उत्‍पाद शुल्‍क लगता है। वहीं इन दोनों उत्पादों में विभिन्न राज्यों द्वारा वैट लगाया जाता है। दिल्ली में पेट्रोल पर वैट 27 प्रतिशत और डीजल पर 16.75 प्रतिशत है।   जबकि मुंबई में यही वैट पेट्रोल पर 26 प्रतिशत जबकि डीजल पर 24 प्रतिशत है।