तकरीबन पांच साल के बाद अब एक बार फिर केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आमने सामने होंगे। हालांकि दोनों नेता किसी मंच पर एक साथ नहीं दिखेंगे, लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए दोनों नेता अमेठी की जनता से रूबरू होंगे। ये दोनों नेता चार जनवरी को अमेठी के दौरे पर होंगे।

आगागी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। राहुल गांधी ने अपने वोटरों को लुभाने के लिए पिछले महीने ही अपने क्षेत्र के मंदिरों के लिए धन भेजा था। जिसे राहुल गांधी की हिंदू वोटरों को लुभाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। जबकि पिछले पांच सालों में स्मृति ईरानी भी अमेठी में खासी सक्रिय रही। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के क्षेत्र में रैली कर रायबरेली और अमेठी की जनता को साधने की कोशिश की थी। नए साल में चार जनवरी को राहुल व स्मृति ईरानी का दौरा करेंगे।

लोकसभा चुनाव के बाद ये पहला मौका होगा जब दोनों नेता एक ही दिन अमेठी में आमने-सामने होंगे। इन दोनों नेताओं के अमेठी आने की खबरों से कांग्रेस के गढ़ माने वाले इस शहर में सियासी पारा भी गरम होता जा रहा है। तीन राज्यों में चुनाव जीतने के बाद जहां राहुल गांधी पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र आ रहे है तो अमेठी से बहन का रिश्ता रखने वाली और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी एक दिवसीय दौरे पर पहुंच रही हैं। हालांकि स्मृति ईरानी अमेठी के दौरे पर आती रहती हैं और पिछले दिनों उन्होंने यहां पर बड़े कार्यक्रम भी आयोजित किए थे। 2014 में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को जबरदस्त टक्कर दी थी और दोनों के बीच जीत का फासला ज्यादा नहीं था।

लिहाजा केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद स्मृति ईरानी ने शहर के लिए कई नई योजनाओं को शुरू किया था। अपने एक दिवसीय दौरे पर स्मृति ईरानी अमेठी जिला अस्पताल में बहुप्रतीक्षित सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण करने के साथ ही कम्बल वितरण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। जबकि राहुल गांधी अपने दो दिवसीय अमेठी दौरे के पहले दिन सलोन विधानसभा में जनसभा को संबोधित करेंगे तो अगले दिन मुंशीगंज गेस्ट हाउस में जनता दरबार लगाएंगे।