नई दिल्ली। मोबाइल की दरों में हो रही बेतहाशा वृद्धि के बाद अब  रेलवे आम लोगों की जेब पर बोझ बढ़ाने जा रहा है। रेलवे यात्री किराए में इजाफे की तैयारी में है। इसके लिए रेलवे बोर्ड में मंथन चल रहा है। माना जा रहा है कि इस महीने के अंतिम सप्ताह में रेल किराए में इजाफे की घोषणा की जा सकती है। जानकारी के मुताबिक किराए में इजाफा सभी श्रेणी के टिकटों पर होगी। माना जा रहा कि इस वृद्धि से रेलवे की आय में बीस फीसदी का इजाफा होगा।

आम आदमी की जेब पर सरकार लगतार बोझ बढ़ा रही है। अब तक सस्ती मोबाइल दरों पर मोबाइल कंपनियों ने कैंची चला दी है। जिसके कारण मोबाइल दरों में चालीस से पचास फीसदी का इजाफा होने जा रहा है। वहीं अगले साल से रेल किराए में बढ़ोत्तरी की संभावना है। माना जा रहा है कि रेलवे सभी श्रेणी के टिकटों और आरक्षित और अनारक्षित दोनों क्लास के टिकटों की दरों में इजाफा करेगा। क्योंकि रेलवे इसके जरिए रेलवे अपनी आय में इजाफा करना चाहता है।

रेलवे बोर्ड का तर्क है कि रेल का किराया बढ़ाकर रेल आय में इजाफा किया जा सकता है इसके लिए कई वर्षो से बहुत माथापच्ची चल रही है। रेल मामलों की संसदीय समिति ने भी इसके लिए रेलवे को सुझाव दिया। हालांकि समिति का साफ कहना है कि किराए में इजाफा तर्कसंगत होना चाहिए। इससे जनता को ये नहीं लगना चाहिए कि उसके ऊपर कोई बोझ डाला गया है। हालांकि अभी तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा सका है। हालांकि रेलवे चतुराई से विभिन्न मदों में इजाफे के जरिए आय तो बढ़ा लेता है। लेकिन किराए के नाम पर उसे लगता है कि उसका सीधा विरोध हो जाएगा। हालांकि बोर्ड का कहना है कि पिछले कुछ समय में डीजल और बिजली की कीमतों में वृद्धि हुई हैं।

लेकिन उसके बावजूद अभी तक यात्री टिकटों में इजाफा नहीं हुआ है। बोर्ड की चाहता है कि खर्च के अनुपात के हिसाब से ही यात्री किराए में इजाफा हो। जानकारी के मुताबिक किराया अनारक्षित और आरक्षित टिकटों के एसी क्लास तथा और स्लीपर क्लास में किया जाएगा और ये बढ़ोतरी पांच पैसा प्रति किलोमीटर से लेकर 40 पैसा प्रति किलोमीटर तक हो सकती है। अगर अगले साल तक ये इजाफा होता है तो रेलवे की आय में 20 फीसदी इजाफा होगा। वहीं इससे पांच से सात हजार करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होगी।