पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान की अंदरुनी राजनीति में भी भारी उथल पुथल हो रहा है। पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने पीएम इमरान खान को जबरदस्त तरीके से निशाने पर लिया है।

जरदारी ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेन्स की। जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से सवाल पूछा कि ‘क्या आपको दुनिया में देश का एक भी अंतरराष्ट्रीय दोस्त दिखाई देता है? अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पाकिस्तान अलग-थलग पड़ चुका है और यह सामने नजर आ रहा है’।

जरदारी ने आगे कहा, 'अगर आपको यह दिखाई नहीं देता है तो मैं दिखा देता हूं। हमारे इतने राजदूत और लोग दुनियाभर में हैं, पर आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना एक दोस्त बता दीजिए?' 

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के मुखिया और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने साफ तौर पर इमरान खान और उन्हें प्रधानमंत्री बनाने वाली फौज और आईएसआई पर तंज कसते हुए कहा कि 'कुछ हमारे बैकसीट ड्राइवर्स ने अपने पब्लिक रिलेशंस से आपको सपॉर्ट मुहैया करा दी है, वह भी कुछ मुस्लिम देशों से लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय समर्थन नहीं है।'

पुलवामा हमले के बाद ईरान से भी पाकिस्तान के रिश्ते तल्ख हो गए हैं। क्योंकि वहां की सेना पर भी हमला हुआ जिसमें 27 ईरानी जवानों की मौत हो गई। यह हमला भी पाकिस्तान स्थित एक आतंकी संगठन ने किया था। जिसके बाद ईरान ने पाकिस्तानी राजदूत को बुलाकर चेतावनी जारी की थी। 

इस घटना का उदाहरण देते हुए जरदारी ने कहा कि ‘यह एक खतरनाक हालात है। ईरान हमारा पड़ोसी है। हमें सतर्क रहना चाहिए क्योंकि उसके पास बड़ी सेना है। हमारे साथ उनकी कोई समस्या नहीं है। अगर उन्हें कोई शक है तो हमें उसे दूर करना चाहिए’। 

दरअसल पुलवामा हमले के बाद पहले से आर्थिक दिवालियापन की कगार पर पहुंचे पाकिस्तान में जबरदस्त तरीके से बेचैनी है। आतंकियों की शरणस्थली के तौर पर पाकिस्तान  पूरी दुनिया में बदनाम हो चुका है। 

हालांकि इमरान खान पाकिस्तान के हालातों से मुंह चुराने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन सचाई रह रहकर सामने आ ही जाती है। आज पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने पाकिस्तान की कड़वी सचाई कबूल कर ली है।