14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार देश को आश्वासन दिया था कि भारतीय जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। उसका बदला लिया जाएगा। उन्होंने साफ कर दिया था कि सबका हिसाब किया जाएगा। पीएम मोदी ने जो कहा था पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारतीय वायुसेना ने वह कर दिखाया।          

15 फरवरी 

पीएम मोदी ने कहा, 'मैं आतंकी संगठनों और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वो बहुत बड़ी गलती कर गए हैं। पीएम ने कहा था कि मैं देश को भरोसा देता हूं कि हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के जो भी गुनाहगार हैं, उन्हें इसकी सजा जरूर मिलेगी।'       

पीएम मोदी ने दिल्ली में ट्रेन 18 को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि सैनिकों में और विशेषकर सीआरपीएफ के जवानों में जो गुस्सा है, वो देश समझ रहा है, इसलिए सुरक्षाबलों को खुली छूट दी गई है।         

पीएम ने झांसी में एक कार्यक्रम में कहा कि इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आतंकी संगठनों, आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, वो चाहे जितना छिपने की कोशिश करें, उन्हें सजा जरूर दी जाएगी।        

16 फरवरी

प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के विदर्भ में एक रैली में कहा कि ये संयम का समय है, संवेदनशीलता का समय है, ये शोक का समय है। लेकिन हर परिवार को मैं ये भरोसा देता हूं कि हर आंसू का जवाब लिया जाएगा।

17 फरवरी

बिहार के पटना में पीएम ने कहा था कि भारत की ये नीति रही है कि हम किसी को छेड़ते नहीं है, लेकिन मैं फिर साफ कर दूं कि नए भारत को किसी ने छेड़ा तो वो छोड़ता भी नहीं है। हमारे बहादुर सुरक्षा बल, बंदूक चलाने वाला हो या बंदूक पकड़ाने वाला, बम दागने वाला हो या फिर बम देने वाला, किसी को चैन से सोने नहीं देंगे। मोदी ने कहा,  ‘मैं संजय कुमार सिन्हा और रतन कुमार ठाकुर को श्रद्धांजलि देता हूं। जो लोग यहां एकत्रित हुए हैं, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपके दिलों में जो आग दहक रही है मेरे दिल में भी वही आग दहक रही है।’  

18 फरवरी 

अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मौरिसियो माक्री के साथ साझा प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि अब सारी दुनिया को आतंकवाद और उसके समर्थकों के विरुद्ध एकजुट होकर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। आतंकवादियों और उसके मानवता विरोधी समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई से हिचकना भी आतंकवाद को बढ़ावा देना है।        

19 फरवरी 

वाराणसी में पीएम ने कहा आतंकवाद के खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढाने की आवश्यकता है।         

20 फरवरी 

पीएम ने सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा आतंकवाद का इंफ्रास्ट्रक्चर नष्ट करना और इसको समर्थन समाप्त करना और आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है।        

23 फरवरी

पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में तब तक शांति संभव नहीं है जब तक आतंक की फैक्ट्रियां चलती रहेंगी। आपका ये प्रधानसेवक दुनियाभर में आतंकियों का दाना पानी बंद करने में जुटा है। आतंक की फैक्ट्रियों पर ताला लगाने का काम मेरे ही हिस्से लिखा है, तो ऐसा ही सही।  उन्होंने साथ ही कहा कि मुझे अपने वीर जवानों पर गर्व है जिन्होंने 100 घंटे के भीतर ही अपने साथियों पर हुए हमले के एक बड़े गुनहगार को वहां पहुंचा दिया, जहां उसकी जगह है।

24 फरवरी 

अपने पहले कार्यकाल के अंतिम रेडियो संबोधन 'मन की बात' में पीएम ने कहा कि जवानों की यह शहादत आतंकवाद को समूल नष्ट करने के लिए हमें निरंतर प्रेरित करेगी और संकल्प को और मजबूत करेगा। हमलावरों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाएगा।  पीएम ने यह भी कहा कि पुलवामा आतंकी हमले में वीर जवानों की शहादत से देशभर में लोगों के मन में आघात और आक्रोश है।