चंडीगढ़। राजस्थान के बाद अब कांग्रेस पार्टी में पंजाब में बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं। पार्टी के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के खिलाफ बगावत शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी को बचाना है तो अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से और जाखड़ को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाना होगा।


बाजवा ने कहा कि उनके नेता राहुल गांधी मेरे नेता हैं और उनका करीबी हूं। पंजाब से कांग्रेस के सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि अगर राज्य में पार्टी को बचाना है तो कांग्रेस पार्टी को बड़े फैसले करने होंगे और राज्य में मुख्यमंत्री के पद से अमरिंदर और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ को हटाना होगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में पंजाब में पार्टी का वही हाल होगा जो पश्चिम बंगाल में हुआ।
असल राज्य में कांग्रेस के दो नेताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं कैप्टन गुट ने बाजवा के खिलाफ मोर्चा खोला है। कांग्रेस के दो राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा तथा शमशेर सिंह ढुलो कैप्टन और जाखड़ के खिलाफ हैं और लगातार उनके खिलाफ बयान दे रहे हैं। हालांकि कैप्टन और जाखड़ इसकी शिकायत आलाकमान से कर चुके हैं। लेकिन बाजवा ने साफ कहा कि अगर राज्य में पार्टी को बचाना है तो सीएम के पद से कैप्टन अमरिंदर और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ को हटाना होगा। 

पार्टी कर सकती है कार्यवाही

वहीं कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी और कैप्टन की करीबी मानी जाने वाली आशा कुमारी ने कहा कि इन दोनों नेताओं की बयानबाजी के खिलाफ पार्टी कार्यवाही करेगी और इसका फैसला एके एंटनी की अध्यक्षता वाली अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति करेगी। असल में राज्य में नकली जहरीली शराब के मामले में दोनों नेताओं ने राज्य सरकार को घेरा है। वहीं पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों ने बाजवा तथा ढुलो को तत्काल कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग की। वहीं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख सुनील जाखड़ ने कुछ समय पहले ही पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था और बाजवा और ढुलो के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।