लखनऊ। यौन शोषण के मामले में फंसे भाजपा नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद से अब भारतीय जनता पार्टी ने भी किनारा कर लिया है। भाजपा ने साफ कहा कि चिन्मयानंद पार्टी के सदस्य नहीं हैं। चिन्मयानंद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले साधु संतों ने उनसे किनारा किया था और भाजपा का कहना है कि वह पार्टी में नहीं हैं।

चिन्मयानंद फिलहाल 14 दिनों की हिरासत में जेल भेज दिया गया था, लेकिन उनका स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें अस्पताल में रखा गया है।। उन पर उन्हीं के कॉलेज की एक छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। जिसके बाद चिन्मयानंद को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है। ये मामला सुप्रीम कोर्ट की जानकारी में आने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट की देखरेख में एसआईटी का गठन किया था।

हालांकि आरोप लगाने वाली छात्रा को भी एसआईटी ने रंगदारी वसूलने के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हालांकि गिरफ्तारी से बचने के लिए छात्रा ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन वहां से उसे कोई राहत नहीं मिली और इसके बाद एसआईटी ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हालांकि छात्रा के तीन अन्य सहयोगियों को एसआईटी पहले ही जेल में भेज चुकी है। 

अब भाजपा ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद से दूरी बना ली है। भाजपा ने साफ कहा कि चिन्मयानंद अब भाजपा के सदस्य नहीं है। क्योंकि पार्टी सदस्यता अभियान चलाती रहती है और वह अब भाजपा के सदस्य नहीं हैं। चिन्मयानंद भाजपा के टिकट पर सांसद बने थे और केन्द्रीय मंत्री भी। लेकिन वर्तमान में वह सदस्य नहीं है और भाजपा का उनसे कुछ लेना देना नहीं है।

भाजपा प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने ने कहा कि चिन्मयानंद भाजपा के सदस्य नहीं हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों अखाड़ा परिषद ने भी चिन्मयानंद को परिषद से हटा दिया था। हालांकि इसके लिए फैसला अक्टूबर में संत समाज की हरिद्वार में होने वाली बैठक में लिया जाएगा।