नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच चल रहे युद्ध के बीच अब महाराष्ट्र में राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच वार शुरू हो गया है। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच अब तल्खी उभरने लगी है। राज्यपाल ने कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री और अफसरों के साथ बैठक बुलाई थी। लेकिन उद्धव ने इस बैठक से किनारा कर लिया है।

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और उद्धव के बीच संबंधों में तल्खी देखी जा रही है। महाराष्ट्र में राज्यपाल ने कोविद -19 महामारी से निपटने के लिए सरकार की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बैठक बुलाई थी। लेकिन उद्धव ठाकरे ने इस बैठक से किनारा कर लिया है।  असल में राज्यपाल और सीएम के बीच में विधान परिषद चुनाव से पहले ही छत्तीस का आंकड़ा चल रहा था। क्योंकि राज्यपाल ने सीएम को विधानस परिषद में मनोनीत नहीं किया था और जिसके बाद उद्धव को परिषद में चुनाव लड़ना पड़ा था।

जिसके बाद उद्धव ठाकरे राज्यपाल से नाराज चल रहे हैं। उद्धव के राज्यपाल की बैठक में न जाने के बाद विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस और राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने आरोप लगाया कि ठाकरे सीएम के रूप में अपने कार्य को लेकर गंभीर नहीं है। हालांकि शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया कि राजभवन क्षुद्र राजनीति का एक गढ़ बन गया है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि जब राज्यपाल और सीएम के बीच  मतभेद उभरे हों।

इससे पहले पश्चिम बंगाल में राज्यपाल और सीएम के बीच काफी लंबे अरसे से तनाव चला आ रहा है। पश्चिम बंगाल में सीएम ममता  बनर्जी ने तो राज्य के राज्यपाल को संवैधानिक दायरने में रहने को कहा है तो राज्यपाल ने ममता सरकार पर आरोप लगाया है कि वह राज्य में तृष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं।