एनआईए और एटीएस की टीम ने मंगलवार को अमरोहा में फिर से छापेमारी की है। यह छापेमारी कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किए गए हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के आतंकवादियों से पूछताछ के बाद की गई है। 

एनआईए को अब चार और संदिग्धों की तलाश है जो कि पकड़े गए आतंकवादियों के लगातार संपर्क में थे। एनआईए अपने साथ पहले गिरफ्तार किए गए सईद को भी लेकर गई है। 

सईद को लेकर छापेमारी करने गई टीम उसके घर पहुंची और उसकी निशानदेही पर कुछ सामान जब्त किया। इसके अलावा कुछ जगहों की रेकी भी की गई। 

फिलहाल यूपी एटीएस की टीम ने अमरोहा में ही डेरा डाल रखा है। छापेमारी की कार्रवाई आज भी जारी है। 

दरअसल एनआईए और एटीएस किसी भी संदिग्ध को छोड़ने का खतरा मोल लेने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि गिरफ्तार आतंकियों के गैंग का मकसद 26 जनवरी से पहले कई जगहों पर बम धमाके करना था। अगर कोई भी आतंकी बचा रह गया तो वह देश के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। 

अमरोहा से गिरफ्तार आईएसआईएस के नए मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम का सरगना मुफ्ती हुसैन समेत चार संदिग्ध आतंकियों को एनआईए ने रिमांड पर ले रखा है। तब से इन संदिग्ध आतंकियों से एनआईए और एटीएस की पूछताछ जारी है। 

इन सभी के पास से बम बनाने का सामान, रॉकेट लांचर और जेहादी साहित्य बरामद हुआ था। इन लोगों ने कुख्यात अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन आईएस की तर्ज पर हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम नाम का संगठन बनाया था। 

गिरफ्तार लोग इसके स्लीपर सेल के तौर पर काम कर रहे थे। उनसे लगातार पूछताछ चल रही है। इस संगठन के कई लोग सुरक्षा एजेन्सियों के रडार पर हैं। 

NIA के आईजी आलोक मित्तल ने पहले गिरफ्तार हुए आतंकियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि इस गैंग का मकसद आने वाले दिनों में कई बड़े जगहों पर धमाके करके दहशत फैलाना था। 

इसका मास्टरमाइंड उत्तर प्रदेश के अमरोहा का एक मौलवी मुफ्ती सोहेल था, जो दिल्ली का रहने वाला है। यह सभी लोग विदेश में बैठे किसी शख्स के संपर्क में थे।