केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने बताया है कि दिल्ली-एनसीआर की हवा पिछले कुछ दिनों से ज्यादा खराब होती जा रही है और आने वाले दिनों में स्थिति और भी बिगड़ने की आशंका है। 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने भी कहा है कि 1 नवंबर से मौसम की स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती है। क्योंकि पंजाब व हरियाणा में जलने वाली पराली से उठने वाले धुएं का रुख दिल्ली की ओर हो चुका है। तेज चलने वाली हवाओं के सहारे जल्दी ही यह दिल्ली-एनसीआर की सीमा में प्रवेश कर जाएगा। यह पहले से ही जारी वायु प्रदूषण को और भी ज्यादा बढ़ा देगा। 

हालांकि प्रदूषण की स्थिति में लागू किए जाने वाले आपातकालीन उपाय दिल्ली-एनसीआर में बीते 15 अक्तूबर से लागू किए जा चुके हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक 1 से 15 नवंबर के बीच का समय सबसे कठिन हो सकता है। इस दौरान सर्वाधिक पराली जलाई जाती है। वहीं, 7 नवंबर को दिवाली भी है। साथ ही, सर्दी भी बढ़ रही है और हवा की गति भी कम हो गई है। इससे दिल्ली में प्रदूषण और बढ़ेगा।

ताजा स्थिति यह है कि देश के सबसे वीआईपी इलाके राजपथ के पास धुंध की वजह से सुबह में सब कुछ धुंधला सा दिखाई दे रहा है। प्रदूषण की वजह से सुबह के वक्त इंडिया गेट भी मुश्किल से दिख रहा है।  

केंद्र की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली ने भी वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई ‘बेहद खराब’ श्रेणी का दर्ज किया।  केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, फरीदाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और गुड़गांव में भी वायु गुणवत्ता का स्तर शुक्रवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी का दर्ज किया गया।