लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले माकन के इस्तीफे को लेकर कयासों का दौर जारी है। एक तरफ जहां खबर है कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है तो दूसरी तरफ कांग्रेस नेता पीसी चाको ने उनके इस्तीफे की खबरों का खंडन किया है। चाको ने कहा है कि "माकन इलाज के लिए विदेश गए हैं। इससे पहले वो पार्टी अध्यक्ष राहुल गांदी से मिले थे और वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही थी ताकि उनकी अनुपस्थिति में दिल्ली में कांग्रेस का नेतृत्व सही तरीके से होता रहे। वह लौटेंगे तो पार्टी के प्रदेश आगे की व्यवस्था पर विचार किया जाएगा"।

कांग्रेस ने राजधानी दिल्ली में लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी थी। कुछ वक्त पहले अफवाहों का बाजार गर्म था कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच चुनावों को लेकर समझौता हो सकता है, जिसका आम आदमी पार्टी के नेताओं ने खंडन किया था। दिल्ली में नेतृत्व को लेकर माकन की पेशकश को गठबंधन के उस सुगबुगाहट से भी जोड़कर देखा जा रहा है। 


बता दें कि अजय माकन आम आदमी पार्टी के साथ किसी भी तरह के गठबंधन का विरोध कर रहे हैं। माकन दिल्ली में कांग्रेस के बड़े चेहरे रहे हैं। वह तीन बार विधानसभा के सदस्य तो दो बारक लोकसभा के सदस्य रहे हैं। अजय माकन शीला दिल्ली में दीक्षित सरकार और केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रहे हैं। यूपीए सरकार के दौरान अजय माकन के पास अलग-अलग समय पर हाउसिंग मिनिस्ट्री, खेल एवं युवा मंत्रालय और गृह राज्य मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी थी। 


अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के बाद अजय माकन को दिल्ली में कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया था।