बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती पार्टी में सर्वसर्वा मानी जाती हैं। कभी परिवारवाद के खिलाफ सभी राजनैतिक दलों को कोसने वाली और पार्टी संस्थापक कांशीराम के परिवारवाद के खिलाफ आंदोलन की अगुवा, मायावती अब अपने भतीजे आकाश के लिए राजनैतिक जमीन तैयार कर रही हैं। लोकसभा चुनाव में आकाश मायावती के साथ साये की तरह चल रही हैं और अपनी बुआ से राजनैतिक गुर सीख रहे हैं।

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को अपने भतीजे आकाश को राजनीति में लाने की घोषणा कर दी। अब इससे साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में बीएसपी में उनकी राजनैतिक विरासत को अब आकाश की ही संभालेंगे। बुलंदशहर में आयोजित रैली में मायावती अपने अपने परिवार यानी भाई आकाश सिंह और दो भतीजों आकाश और ईशान के साथ पहुंची थीं। इस दौरान मायावती ने आकाश को राजनीति में लाने की घोषणा भी कर दी। मायावती ने कहा कि वह पहले परिवार को राजनीति से दूर रखना चाहती थी।

लेकिन बाद में उन्होंने फैसला किया कि उन्हें आकाश को राजनीति में लाना चाहिए और तैयार करना चाहिए। हालांकि मायावती की इस घोषणा में आकाश को राजनैतिक में लाने का फैसला किया गया है, लेकिन अब ये माना जा रहा है कि बीएसपी में माया के बाद आकाश ही दूसरे नंबर पर होंगे और भविष्य में मायावती के उत्तराधिकारी भी होंगे। अब माया की इस घोषणा के बाद से राजनीतिक हलकों में चर्चाएं शुरू हो गयी हैं। गौरतलब है कि बीएसपी के संस्थापक कांशीराम ने अपने परिवार को पार्टी की राजनीति से अलग रखा और मायावती को आगे बढ़ाया। 

कौन है आकाश

आकाश मायावती के भाई आंनद सिंह के बेटे हैं। महज 24 साल के आकाश फिलहाल बीएसपी के स्टार प्रचारकों की सूची में हैं और उन्होंने लंदन से एमबीए किया हुआ है। आकाश मायावती के भतीजे हैं। पिछले दिनों जब मायावती ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी उस वक्त उसमें आकाश का भी नाम शामिल था। कुछ दिन पहले मायावती ने उन्हें पार्टी में शामिल करने का ऐलान किया था।

हालांकि जब यूपी में राज्यसभा के चुनाव हो रहे थे तब आकाश के पिता आंनद का नाम भी टिकट के लिए उछला था, लेकिन बाद में मायावती इन दावों को खारिज कर दिया था। हालांकि कुछ समय पहले मायावती ने अपने भाई को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की घोषित किया था, लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी से हटा दिया था।