पुलवामा में आतंकी हमले में मारे गए जवानों की शहादत का मजाक उड़ाने वाले कट्टरपंथी कश्मीरी छात्र के खिलाफ गुस्सा भड़कता जा रहा है। उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो गई है। 

इस कट्टरपंथी छात्र का नाम बसीम हिलाल था। जिसने अपने ट्वीट में इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को बढ़ावा देते हुए लिखा, how's the jaish? Great Sir।

जिसके बाद इसका विरोध किया गया तब जाकर हिलाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 153A और आईटी एक्ट के सेक्शन 67A के तहत मामला दर्ज किया गया। 

विवाद बढ़ने पर उसने अपना ट्विट मिटा दिया और अपनी आईडी भी डिएक्टिवेट कर दी। लेकिन उसकी इस बसीम हिलाल की इस हरकत से हमारे शिक्षण संस्थानों और बाकी जगहों पर घुसे कट्टरपंथी जेहादी तत्वों की एक झलक जरुर दिख गई है। 

इससे पहले भी अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आतंकियों और अलगाववादियों को समर्थन देने की घटनाएं सामने आती रही हैं। अभी पिछले ही दिनों 14 लोगों के खिलाफ योगी सरकार ने मामला दर्ज किया था। तब देश के सभी कथित धर्मनिरपेक्ष दल योगी सरकार की आलोचना कर रहे थे। 
लेकिन बसीम हिलाल जैसे देशद्रोही ट्विट पर सभी चुप्पी साधे हुए हैं।