नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता और राज्यसभा सांसद अमर सिंह का लंबी बीमारी के बाद आज सिंगापुर में निधन हो गया। 64 वर्षीय राज्यसभा सांसद को समाजवादी पार्टी का किसी दौर में कद्दावर नेता माना जाता था और दिल्ली के सत्ता में अमर सिंह की मजबूत पकड़ मानी जाती थी। अमर सिंह को दिल्ली में समाजवादी पार्टी का चेहरा माना जाता था और एक विवाद के दौरान उन्होंने 2000 में कांग्रेस पार्टी के नेता मणिशंकर अय्यर के साथ हुए विवाद में उनकी जमकर पिटाई कर दी थी। हालांकि बाद में लोगों के बीच में आ जाने के बाद बड़ी मुश्किल से उन्होंने अय्यर को छोड़ा था।

दिल्ली की सत्ता में कभी अमर सिंह को समाजवादी पार्टी का चेहरा और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का दाहिना हाथ माना जाता था। अमर सिंह की सभी दलों में पकड़ थी और वह दिल्ली में सरकार बनाने के लिए किंगमेकर माने जाते थे। यही नहीं वह क्षेत्रीय दलों के दिल्ली की राष्ट्रीय राजनीति के बीच एक कड़ी माने जाते थे। दिल्ली में हुए एक घटना में 2000 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेता मणिशंकर अय्यर को एक विवाद के दौरान जमकर पीट दिया था और बड़े नेताओं के बीच में बचाव करने के बाद उन्होंने अय्यर को छोड़ा था।  

जानकारी के मुताबिक पूर्व पीएम इंद्रकुमार गुजराल के भाई सतीश गुजराल द्वारा आयोजित एक डिनर पार्टी में अमर सिंह ने कांग्रेस पार्टी के नेता मणिशंकर अय्यर की जमकर पिटाई की थी। इस पार्टी को प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और एचडी देवगौड़ा के पूर्व मीडिया सलाहकार एचके दुआ के सम्मान में आयोजित किया था। इस घटना का जिक्र अमर सिंह ने एक साक्षात्कार में किया था और बताया था कि उन्होंने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की पिटाई की थी। क्योंकि पार्टी में अय्यर नशे में थे और उन्होंने अमर सिंह पर जातिवादी होने का आरोप लगाया था।

यही नहीं मणिशंकर अय्यर ने अमर सिंह पर आरोप लगाया था कि उन्होंने सोनिया गांधी को उनके विदेशी मूल के कारण प्रधानमंत्री बनने से रोका। इसके बाद अय्यर ने अमर सिंह, मुलायम सिंह यादव के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी की थी और अमर सिंह के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी भी की थी। वहीं मणिशंकर अय्यर ने अमर सिंह के खिलाफ "उद्योगपतियों का दलाल" और "अंबानी का कुत्ता" कहकर व्यक्तिगत टिप्पणी की थी।