अमेरिकी सेना के अफसरों का कहना है कि इराक और सीरिया में अमेरिकी सेना की रक्षा के लिए क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। जहां पर अमेरिकी सेना ईरान समर्थित आतंकियों के साथ लड़ाई कर रही है।
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव जोरों पर है। ईरान पर दबाव बनाते हुए अमेरिका ने ने कतर में अपने आधुनिक लड़ाई एफ-22 विमानों को तैनात कर दिया है। जिससे खाड़ी में तेजी से तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिका के इस कदम से ईरान और अमेरिका के बीच युद्ध की संभावनाएं तेजी से उभरने लगी हैं।
अमेरिका ने आज कतर में अपने एफ-22 लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से चले आ रहे तनाव के बीच ये पहली बार है जब अमेरिका ईरान के किसी पड़ोसी देश में लड़ाकू विमानों को तैनात किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अनुमति मिलने के बाद पेंटागन ने पहली बार एफ-22 रैप्टर स्टील्थ लड़ाकू विमानों को ईरान के पड़ोसी मुल्क कतर में तैनात किया है।
कल ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जी-20 में ईरान के साथ गहराते युद्ध जैसे हालत के लिए विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों से बातचीत की। फिलहाल लड़ाकू विमानों के तैनात करने के बाद खाड़ी में तनाव तेजी से बढ़ रहा है। बहरहाल अमेरिका मध्य पूर्व में अपनी सेनाओं को बढ़ा रहा है। आज पेंटागन के आदेश के बाद लड़ाकू विमान कतर की राजधानी दोहा के बाहर अल उदीद एयर बेस पहुंचे हैं।
अमेरिकी सेना के अफसरों का कहना है कि इराक और सीरिया में अमेरिकी सेना की रक्षा के लिए क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। जहां पर अमेरिकी सेना ईरान समर्थित आतंकियों के साथ लड़ाई कर रही है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के मुताबिक अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के बीच ईरानी सेना और उसके समर्थक आतंकी अमेरिकियों पर कभी भी हमला कर सकते हैं। लिहाजा इन विमानों को तैनात किया गया है।
गौरतलब है कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लगाने के बाद दोनों देशों में तनाव अपने चरम पर है। पिछले दिनों ही दोनों के बीच तनाव और बढ़ गया जब ईरान ने अमेरिका के मानव रहित ड्रोन को मार गिराया। हालांकि इसके तुरंत बाद अमेरिका ने ईरान पर हमले की तैयारी कर ली थी, लेकिन अंतिम समय में अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने आदेश को वापस ले लिया।
Last Updated Jun 30, 2019, 8:42 AM IST