अमेरिका और ईरान के बीच तनाव और तेजी से बढ़ता जा रहा है। क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर और लगाने जाने वाले कड़े प्रतिबंधों के आदेश पर अपने हस्ताक्षर कर दिये हैं। जिसके कारण अब ईरान की दिक्कतें बढ़ जाएंगी। फिलहाल दोनों देशों के बीच तनाव कम होने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं। अमेरिका द्वारा नए प्रतिबंध लगाए जाने के बाद ईरान की मुश्किलों में और ज्यादा इजाफा होगा।

रविवार को ही अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस बात के संकेत दिए थे कि वह ईरान पर और कड़े प्रतिबंध लगा सकते हैं। लिहाजा आज डोनाल्ड ट्रंप ने इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं। इसके कारण ईरान को निर्यात और आयात की जाने वाली वस्तुओं पर प्रतिबंध लग जाएगा। इसके कारण ईरान को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। तीन पहले ही ईरान ने अमेरिका का ड्रोन गिराया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था।

दोनों देशों के बीच युद्ध के हालत हो गए थे। लेकिन इसी बीच अमेरिका ने ईरान पर हवाई हमले करने का विचार टाल दिया था। इसके बाद अमेरिका ने ईरान की मिसाइल नियंत्रण प्रणाली और एक जासूसी नेटवर्क पर साइबर हमला कर उन्हें ध्वस्त कर दिया था। हालांकि अभी तक अमेरिका ने इसकी पुष्टि नहीं की है और न ही ईरान ने इस पर कोई प्रतिक्रिया दी है।

फिलहाल दोनों देशों के बीच तनाव इस कदर बढ़ा है कि युद्ध कभी भी हो सकता है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसके लिए दोनों देशों से संयम रखने की अपील की है। असल में पिछले साल दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनाव आना शुरू हुआ जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ हुई परमाणु संधि तोड़ दिया था और ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए।

अमेरिका के द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के बाद कोई भी देश ईरान से तेल नहीं खरीद सकता है। इसका प्रभाव भारत पर भी पड़ा है। हालांकि भारत सरकार ने अमेरिका के खिलाफ जाकर ईरान से तेल खरीदने का फैसला किया था। लेकिन दोनों देशों के बीच तनाव के बाद और नए प्रतिबंध के बाद ईरान से तेल खरीदना बंद हो सकता है।