कोलकाता में चिटफंड घोटाले को लेकर छिड़े संग्राम के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक बड़ा झटका लगा है। कभी ममता की करीबियों में शामिल रहीं पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष ने सोमवार को भाजपा का दामन थाम लिया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय भी मौजूद रहे। 

भारती घोष ने दिसंबर 2017 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। घोष के इस्तीफे के बाद इस बात की चर्चा भी आम हो गई थीं कि वह भाजपा में शामिल हो सकती हैं। आईपीएस अफसर भारती घोष ने पश्चिम मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक पद से तबादले के बाद इस्तीफा दे दिया था। भाजपा में शामिल हुईं भारती ने हार्वर्ड से मैनेजमेंट में डिग्री ली है। इसके बाद वह आईपीएस में जाने से पूर्व कोलकाता मैनेजमेंट ऑर्गेनाइजेशन में बतौर शिक्षक कार्यरत रहीं। 

भारती घोष की भाजपा में ऐसे वक्त में शामिल हुई है जब ममता सरकार चिटफंड घोटाले में आरोपी कोलकाता के कमिश्नर राजीव कुमार को संरक्षण देने के मामले में बुरी तरह फंसी हुई हैं। भारती घोष ने भाजपा में शामिल होने के साथ ही ममता सरकार पर हमला किया। 

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