भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा हमलावर हो गई है। पार्टी कुछ नक्सल समर्थकों की गिरफ्तारी पर विपक्षियों के निशाने पर थी। लेकिन शीर्ष अदालत द्वारा इन लोगों को कोई राहत न देने के बाद भाजपा हमलावर है। नजरबंद कार्यकर्ताओं को लेकर पार्टी ने कांग्रेस पर हमला बोला है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक ट्वीट के जरिये कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी पर हमला बोला। वहीं पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साफ हो गया है कि नक्सल समर्थकों की गिरफ्तारी वजह राजनीतिक असहमति नहीं थी। 

भाजपा अध्यक्ष शाह ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए ट्विटर पर लिखा, 'मूर्खता के लिए केवल एक ही जगह है और उसे कांग्रेस कहते हैं। भारत के टुकड़े-टुकड़े गैंग, माओवादियों, फेक एक्टिविस्टों और भ्रष्ट लोगों का समर्थन करो। जो ईमानदार हैं और काम कर रहे हैं, उन सभी को बदनाम करो। राहुल गांधी की कांग्रेस का स्वागत है।'##BhimaKoregaon

दरअसल, नक्सलियों से संबंध रखने के आरोप में नजरबंदी में रखे गए पांच कार्यकर्ताओं को लेकर राहुल गांधी ने संघ पर हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा ता कि भारत में केवल एक एजीओ के लिए जगह है और उसे आरएसएस कहते हैं। 

राहुल ने कहा था, 'सभी एनजीओ को बंद कर दो। सभी कार्यकर्ताओं को जेल में डालो और जो शिकायत करे उसे शूट कर दो।' 

उधर, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साफ हो गया है कि नक्सलियों से संपर्क रखने में हुई गिरफ्तारी की वजह राजनीतिक असहमति नहीं थी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस का एक ही मत था कि सरकार से असहमति जताने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस बात को खारिज किया है। 

पात्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला कांग्रेस पार्टी की हार है। राहुल गांधी को इस फैसले के बाद शर्म से सिर झुका लेना चाहिए। राहुल अपनी राजनीति को परवान चढ़ाने के लिए देश की सुरक्षा को ताक पर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने यह भी साफ किया है कि किसी आरोपी को जांच एजेंसी का चुनाव करने का आधिकार नहीं है, जबकि इस मुद्दे पर अब तक राजनीति हो रही थी।