नई दिल्ली। आज लोकसभा में पेश किए जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2019 एवं जम्मू कश्मीर संबंधी संकल्प पर चर्चा के दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ किया कि फारूख अब्दुल्ला को न तो गिरफ्तार किया गया है और नहीं उन्हें न ही हिरासत में लिया गया है।

वह अपनी मर्जी से घर में हैं और उन्हें कनपटी पर गन लगाकर संसद नहीं लाया जा सकता है। आज लोकसभा में कई सांसदों ने नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्ला की लोकसभा में गैरमौजूदगी पर सवाल किया तो अमित शाह ने कहा कि वह स्वस्थ हैं।

उन्होंने कहा कि वह मजे से अपने घर पर मौजूद हैं और अगर बाहर नहीं निकल रहे हैं तो वह इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं। उन्होंने आज लोकसभा में साफ कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता एवं सांसद फारूक अब्दुल्ला को न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है।

अमित शाह ने कहा कि वह अपनी मर्जी से अपने घर पर हैं, स्वस्थ हैं और अगर वह घर से बाहर नहीं आना चाहते हैं तो कनपटी पर गन रखकर उन्हें बाहर नहीं लाया जा सकता। आज लोकसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पर चर्चा के दौरान कई सदस्यों ने राज्य के नेताओं को हिरासत में रखने का मुद्दा उठाया।

सदस्यों ने कहा कि राज्य के कई नेताओं को नजरबंद किया गया है तथा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला सदन में नहीं आए हैं, वह कहां हैं, पता नहीं। संसद में राकांपा की सुप्रिया सुले और आईयूएमएल के पीके कुन्हालीकुट्टी ने इस मामले को उठाया था। इन सदस्यों को जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा, वह न तो हिरासत में हैं और न ही गिरफ्तार किया गया है, वह अपनी मर्जी से अपने घर पर हैं।

सुले ने शाह से कहा कि वह सदन में नहीं है कहीं वह(फारूख अब्दुल्ला) अस्वस्थ हों। तो एनसीपी नेता को जवाब देते हुए शाह ने कहा कि इसके बारे में डॉक्टर बता सकते हैं। मैं इलाज नहीं कर सकता, यह डॉक्टरों को करना है।

इसके बाद कुन्हालीकुट्टी को जवाब देते हुए शाह ने कहा कि अब्दुल्ला अपने घर पर हैं और स्वस्थ हैं। वह मौजमस्ती में हैं। इसके बाद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने यही सवाल किया और कहा कि वह घर से बाहर नहीं आ रहे हैं तो अमित शाह ने अगर वह घर से बाहर ही नहीं आना चाहते, उन्हें कनपटी पर गन रखकर बाहर नहीं ला सकते।