प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की भूमिका को लेकर बना सस्पेंस खत्म हो गया है। शपथग्रहण समारोह से दो घंटे पहले गुजरात भाजपा के अध्यक्ष जीतू बघाणी ट्वीट कर अमित शाह को कैबिनेट मंत्री बनने की बधाई दे दी। इसके बाद साफ हो गया कि वह मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे हैं। 

वघाणी ने एक ट्वीट कर लिखा, 'प्रधानमंत्री श्री @narendramodiजी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल में मजबूत साथी के रूप में शामिल होने पर हमारे पर्थदर्शक एवं मार्गदर्शक श्रध्देय श्री @AmitShah जी से शुभेच्छा मुलाकात की और शुभकामनाएं दी।'

गुजरात भाजपा के नेता अमित शाह से मिलने दिल्ली आए हुए थे। इससे पहले तक माना जा रहा था कि दिल्ली, बंगाल के महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों को देखते हुए अमित शाह पार्टी अध्यक्ष बने रह सकते हैं। हालांकि वित्त मंत्री अरुण जेटली के खराब स्वास्थ्य के चलते पीएम मोदी से कैबिनेट में शामिल न करने का अनुरोध करने के बाद शाह का कैबिनेट में शामिल होना लगभग तय हो गया था। उन्हें देश का अगला वित्त मंत्री बनाया जा सकता है।

पीएम मोदी की कार्यप्रणाली पर करीबी नजर रखने वालों का कहना है कि इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसे क्षेत्रों में मुख्य है, जो उनकी प्राथमिकता में हैं। वह अपने दूसरे कार्यकाल में इस क्षेत्र में काम जारी रखना चाहते हैं। इस क्षेत्र से जुड़े दो लोगों पर पीएम मोदी सबसे ज्यादा विश्वास करते हैं। पीयूष गोयल और नितिन गडकरी। इन दोनों को लक्ष्य हासिल करने वाले मंत्रियों के रूप में जाना जाता है। इन दोनों के विभागों से सबसे ज्यादा नौकरियों का सृजन होना है। ऐसे में पीएम मोदी नहीं चाहते कि पीयूष गोयल और नितिन गडकरी के विभाग में बदलाव किया जाए। यही वजह है कि वित्त विभाग के लिए पीएम मोदी अमित शाह को कैबिनेट में ला रहे हैं। 

माना जा रहा है कि अमित शाह के कैबिनेट में शामिल होने के बाद जेपी नड्डा भाजपा के अगले अध्यक्ष हो सकते हैं। उनके अलावा धर्मेंद्र यादव और ओपी माथुर का नाम भी चर्चा में है।