भाजपा अध्यक्ष शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को इतनी बड़ी जीत मिलनी चाहिए, जिसे देखकर विरोधियों को हार्ट अटैक आना चाहिए। यदि सहयोगी दल हमारे साथ आते हैं तो हम उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे, अन्यथा हम उन्हें ‘पटक देंगे’।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शिवसेना को परोक्ष रूप से चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि दोनों दलों में गठबंधन होता है तो पार्टी अपने सहयोगियों की जीत सुनिश्चित करेगी और यदि ऐसा नहीं होता है तो पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में अपने पूर्व सहयोगियों को करारी शिकस्त देगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को राज्य की 48 लोकसभा सीटों में 40 पर जीत हासिल करने का लक्ष्य दिए जाने के फौरन बाद शाह ने यह टिप्पणी की। शाह और फडणवीस ने रविवार को कई जिलों के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को गठबंधन की संभावना के भ्रम से दूर रहना चाहिए। यदि सहयोगी दल हमारे साथ आते हैं तो हम उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे, अन्यथा हम उन्हें ‘पटक देंगे’। पार्टी कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर तैयारी करना चाहिए।
उन्होंने इन चुनावों की तुलना पानीपत की तीसरी लड़ाई से की। पानीपत की तीसरी लड़ाई में मराठा सेना को अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली की सेना ने हराया था। भाजपा प्रमुख ने कहा कि उस लड़ाई के बाद देश 200 साल तक गुलाम रहा था। उन्होंने कहा, ‘यदि हम यह चुनाव जीतते हैं तो हमारी विचारधारा अगले 50 साल तक शासन करेगी।’
शाह ने फडणवीस के विचारों से सहमति जताते हुए कहा, ‘हमें महाराष्ट्र में 48 में कम से कम 40 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखना चाहिए।’शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को इतनी बड़ी जीत मिलनी चाहिए, जिसे देखकर विरोधियों को हार्ट अटैक आना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘भाजपा के 11 करोड़ सदस्य हैं और यही पार्टी की सबसे बड़ी ताकत है। हर बूथ को जीतना होगा और इसी के दम पर हम सभी को चित कर देंगे।’
वहीं दूसरी तरफ, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य की सभी 48 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करेगी। मित्र दलों को जो सीटें दी जाएंगी, उन पर भी भाजपा का ही उम्मीदवार होगा और पार्टी ही उसे जिताकर भी लाएगी। राज्य और केंद्र में सरकार होने के बावजूद शिवसेना लगातार भाजपा का विरोध करती आ रही है। लेकिन शिवसेना को गठबंधन के लिए अंतिम समय तक मनाने और शिवसेना की ‘हां’ का इंतजार करने की बात भाजपा के नेता कर रहे थे। मगर अचानक भाजपा ने अपने सुर बदल लिए हैं।
राजनीतिक गलियारों में कयास लगाया जा रहा है कि शायद भाजपा ने शिवसेना से गठबंधन की संभावनाएं को समाप्त मान लिया है, या वह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। अमित शाह के बयान पर शिवसेना ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारी पहले मंदिर, फिर सरकार की बात से भाजपा को मिर्ची लग गई है। अब सामना हो ही जाने दो, हम मुकाबले को तैयार हैं। महाराष्ट्र भाजपा को धूल चटाए देगा।’
Last Updated Jan 7, 2019, 7:09 AM IST