उत्तर प्रदेश में भाजपा विधायक काफी अरसे से मंत्रिमंडल विस्तार पर नजर लगाए हुए हैं। लोकसभा चुनाव में पार्टी ने तमाम चुनौतियों के बाद अच्छा प्रदर्शन किया है। पार्टी ने यहां पर 63 सीटों पर जीत हासिल की है। लिहाजा पार्टी के नेताओं को उम्मीद है कि उन्हें योगी कैबिनेट में जगह मिलेगी। हालांकि राज्य में तीन मंत्रियों के पद खाली चल रहे हैं और चौथा जल्द ही खाली हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होने की उम्मीद है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के यूपी दौरे के बाद नए नेताओं को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। इस महीने के आखिर में अमित शाह ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में हिस्सा लेने के लिए लखनऊ जाएंगे। जिसके बाद मंत्रियों का नाम तय होगा।
उत्तर प्रदेश में भाजपा विधायक काफी अरसे से मंत्रिमंडल विस्तार पर नजर लगाए हुए हैं। लोकसभा चुनाव में पार्टी ने तमाम चुनौतियों के बाद अच्छा प्रदर्शन किया है। पार्टी ने यहां पर 63 सीटों पर जीत हासिल की है। लिहाजा पार्टी के नेताओं को उम्मीद है कि उन्हें योगी कैबिनेट में जगह मिलेगी।
हालांकि राज्य में तीन मंत्रियों के पद खाली चल रहे हैं और चौथा जल्द ही खाली हो जाएगा। क्योंकि राज्य सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर लिया गया है। वहीं राज्य में दो मंत्रियों के सांसद बनने और सहयोगी दल सुभासपा के भाजपा का साथ छोड़ देने के बाद मंत्रियों के पद खाली हैं।
राज्य में अभी योगी सरकार कुछ और मंत्रियों को टीम में शामिल कर सकती है। इस बात की चर्चा है कि 26 जुलाई को विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार कभी भी हो सकता है। वहीं 28 जुलाई को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-2 में आ रहे हैं। जिसमें संभावित नामों पर चर्चा होगी।
पिछले दिनों ही योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से मुलाकात की थी। इसमें भी मंत्रिमंडल के विस्तार पर चर्चा हुई है। लेकिन नामों पर अभी सहमति नहीं बन पायी है। हालांकि भाजपा की नजर राज्य में होने वाले 12 विधानसभा सीटों के उपचुनाव पर है। जिससे पहले वह मंत्रिमंडल विस्तार कर कई वर्गों को साध सकती है।
Last Updated Jul 22, 2019, 12:05 PM IST