नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों की सख्ती और सीमा पर सेना की जवाबी कार्यवाही के बाद घाटी में मौजूद आतंकियों पर मौत का खतरा मंडराने लगा है। आतंकियों का गोला बारूद खत्म हो रहा है। जिसके कारण वह सुरक्षा बलों के साथ मुकाबला करने की स्थिति में नहीं हैं। लिहाजा उन्होंने अपने आका पाकिस्तान को संदेश भेजा है कि वह उनके लिए गोला बारूद भेजे, नहीं तो वह कुत्ते की मौत मारे जाएंगे।

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने घाटी में मौजूद आतंकियों की बातचीत रिकार्ड की है। जिसमें वह कह रहे हैं कि उनके पास गोला बारूद खत्म हो गया है। लिहाजा उन्हें जल्द ही गोला बारूद भेजें। नहीं तो वह भारतीय सुरक्षा बलों का मुकाबला नहीं कर सकेंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह कुत्ते की मौत मारे जाएंगे। असल में राज्य में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सुरक्षा बल चौकन्ने हैं और आतंकी अभी तक किसी भी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं। जबकि सुरक्षा बल राज्य में आतंकियों का लगातार सफाया कर रहे हैं।

जिसके कारण आतंकियों को मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं और वह आतंकी घटनाओं को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं। जबकि खुफिया एजेंसियों के पास पक्की खबर है कि घाटी में कई दर्जन आतंकी मौजूद हैं। आतंकियों को इस बात की डर है कि अगर वह पकड़े गए तो मौत तय है। इसलिए वह डरे हुए भी हैं। क्योंकि राज्य में मौजूद उनके सरपरस्त नेता और अलगावादी नेता जेल में बंद हैं। जबकि आम जनता भी आतंकियों को समर्थन नहीं दे रही है। जिसके कारण उनका मनोबल गिरा हुआ है।

इसके साथ ही कुछ दिनों के बाद राज्य में बर्फबारी शुरू हो जाएगी। जिसके बाद आतंकियों को पाकिस्तान से मदद नहीं मिल सकती है। लिहाजा आतंकी इससे अपने पास गोला बारूद एकत्रित करना चाहते हैं। फिलहाल सीमा पर सेना की चौकसी के कारण आतंकियों और पाकिस्तान में मौजूद उनके आकाओं के बीच संपर्क पूरी तरह से टूटा हुआ है। माना जा रहा है कि पिछले दो दिनों से सीमा पर पाकिस्तान द्वारा की गई जबरदस्त गोलाबारी का सबसे बड़ा कारण ये हो सकता है कि वह इसके जरिए सीमा पार आतंकियों को गोला बारूद और मदद कराना चाह रहा हो। लेकिन पाकिस्तान के इस गोली बारी का सेना ने ऐसा जवाब दिया कि उसके कई सैनिक और आतंकी मारे गए।