चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर लगे यौन शोषण के आरोपों के मामले में अब दूसरी बेंच सुनवाई करेगी। इस बेंच में चीफ जस्टिस नहीं होंगे। इस मामले में शनिवार को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस संजीव खन्ना की स्पेशल बेंच बैठी ने ये फैसला सुनाया।

आज इस मामले में गठित स्पेशल बेंच ने कहा कि इस मामले में दूसरी बेंच सुनवाई करेगी। जिसमें चीफ जस्टिस रंजन गोगोई नहीं होंगे। ताकि इस मामले में निष्पक्ष सुनवाई हो सके। आज सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया को कहा कि आप इस मामले में अपनी जिम्मेदारी का सही से निर्वहन करें। कोर्ट ने कहा कि बेंच इस मामले में कोई ज्यूडिशियल आर्डर पास नही कर रही है, पर मीडिया न्यायपालिका की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदारी से काम करे।

चीफ जस्टिस ने कहा की उनके खिलाफ आरोपों की जांच बाकी जज करेंगे। इस मामले पर मीडिया रिपोर्टिंग पर बैन नहीं। लेकिन इस मामले में मीडिया ख़ुद फैसला ले। चीफ जस्टिस ने कहा कि उन्हें अगले हफ्ते अहम मामले सुनने है। ये प्रयास किया गया है ताकि मैं उन मामलों की सुनवाई मैं ना कर सकूं। आज इस मामले में चीफ जस्टिस भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि शिकायत करने वाली महिला अपराधिक पृष्ठभूमि की है। जब उसने सर्विस जॉइन की थी, तब भी उसके ऊपर मामला दर्ज था। महिला के पति पर भी दो मामले दर्ज है।

आज चीफ जस्टिस ने कहा कि मेरे पास एकाउंट में महज 6.80 लाख रुपये हैं जबकि मेरे चपरासी के पास मुझसे ज्यादा संपति है। उन्होंने कहा कि सीजीआई ने कहा न्यायपलिका इस तरह से टारगेट नही किया जा सकता है। सीजीआई यह मेरी जिम्मेदारी है इसलिए स्पेशल बेंच का गठन किया है। उन्होंने कहा कि इज्जत से बड़ी कोई भी चीज नही । मैंने जीवन में केवल इज्जत कमाई है और मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं।