भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को राज्य में होने वाले उपचुनाव से पहले करारा झटका लगा है। राज्य के छतरपुर जिले के बड़ामलहरा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी कांग्रेस को अलविदा कह दिया और भाजपा का दामन थाम लिया है। उन्होंने विधानसभा के अंतरिम अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। जिसे मंजूर कर लिया गया है।


अभी तक कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने भोपाल में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के सामने भाजपा की सदस्यता ली। भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने विधानसभा के प्रोटेम अध्यक्ष (रामेश्वर शर्मा) को अपना विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र सौंप दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि वह आज कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं और अब पार्टी की सेवा करेंगे।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़ने का मकसद अपनी विधानसभा बड़ामलहरा के साथ-साथ पूरे बुंदेलखंड का विकास करना है और इसलिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहा है।  उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे प्रदेश में विकास की गंगा बहाई है और राज्य के हर क्षेत्र का विकास हो रहा है। लिहाजा भाजपा की विकास को लेकर सोच को देखते हुए उन्होंने कांग्रेस को छोड़ने का फैसला किया है।

लोधी ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण काफी है और कोरोना वायरस संकट के कारण पूरे बुंदेलखंड के कई लोग पलायन कर रहे हैं। लिहाजा वह चाहते हैं कि ये पलायन रूख और लोगों को रोजगार मिले। उन्होंने कहा कि उनकी विधानसभा से करीब 20,000 लोगों ने पलायन किया है और वह चाहते हैं कि विधानसभा के साथ ही पूरे बुंदेलखंड का विकास हो और लोगों को वहीं रोजगार मिले।

लोधी भाजपा में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री निवास गए और उसके बाद उन्होंने भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती से मुलाकात कर उनका आर्शीवाद लिया। गौरतलब है कि उमा भारती पहले बड़ामलहरा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया करतीं थी। वहीं लोधी के इस्तीफे देने के बाद अब राज्य की 25 सीटों में उपचुनाव होंगे। वहीं राज्य की विधानसभा में कांग्रेस का एक विधायक कम हो गया है।