मुंबई। महाराष्ट्र में एक महीने तक सरकार बनाने की चली आई रस्साकसी के बाद शिवसेवा के प्रमुख उद्धव ठाकरे नए मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे। हालांकि माना जा रहा है कि इस शपथ ग्रहण समारोह में उनके साथ कई कांग्रेस और एनसीपी के कैबिनेट मंत्री शपथ लेंगे। लेकिन इसके साथ ही आज शपथ ग्रहण में पूरी विपक्षी एकता भी  दिखेगी। जो अपनी एकजुटकता के जरिए केन्द्र की मोदी सरकार को अपने ताकत का एहसास कराएगी।

शपथग्रहण समारोह के लिए राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम नरेद्र मोदी को न्योता भेजा है। इसके साथ ही उन्होंने ज्यादातर राज्यों के सीएम को न्योत भेजा है। जिसमें कांग्रेस और विपक्ष दलों सीएम शामिल है। क्योंकि जिस तरह से महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बन रही है। उससे आज शपथग्रहण समारोह केन्द्र सरकार बनाम विपक्षी एकता दिखेगा। ठाकरे ने केन्द्र सरकार की सबसे बड़ी विरोधी पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के साथ ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को न्योता भेजा है।

माना जा रहा है कि कांग्रेसशासित राज्यों के सीएम इस समारोह में हिस्सा लेंगे। कल ही शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे ने दिल्ली में सोनिया गांधी को समारोह के लिए आमंत्रित किया है। लिहाजा माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद पहली सोनिया गांधी इस समारोह में हिस्सा ले सकती है। क्योंकि इसके जरिए वह आने वाले दिनों में विपक्षी दलों को भाजपा को एकजुट करने में सफल हो सकती है। महाराष्ट्र में शामिल होने से कांग्रेस को राज्य और दिल्ली में मजबूती मिली है।

क्योंकि शिवसेना अब कांग्रेस के साथ विपक्ष में है और लोकसभा में उसके 18 सांसद उसके सुर में सुर मिलाएंगे वहीं राज्य सभा में शिवसेना के दो सांसदों के आने से विपक्षी एकता मजबूत होगी। शिवसेना के नेतृत्व में बन रही महाविकास अघाड़ी की सरकार का शपथ ग्रहण समारोह दादर स्थित शिवाजी पार्क में होगा।  माना जा रहा है कि आज के शपथग्रहण समारोह में सीएम के साथ ही शिवसेना के 16, एनसीपी के 14 और कांग्रेस के 12 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है।