हालाँकि ये दर पिछले साल की दर से बहुत ज़्यादा नहीं है परन्तु एक सर्वेक्षण में सभी क्षेत्रों में विकास का अनुमान लगाया है जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत हैं। 

एऑन एक व्यावसायिक सेवा संगठन है। इसके सर्वेक्षण के मुताबिक इस वृद्धि का कारण अर्थव्यवस्था की उच्चतम विकास दर, निम्न मुद्रास्फीति दर है। लेकिन निरीक्षण के परिणामों में यह भी सामने आया है कि कुछ क्षेत्रों में वृद्धि उम्मीद से कम है। परन्तु कुछ क्षेत्र जैसे ऑटोमोटिव, प्रोफेशनल सर्विसेज, कंस्यूमर इंटरनेट कम्पनीज, लाइफ साइंसेज एवं कंज्यूमर प्रोडक्ट्स में यह वृद्धि दोहरे अंक में नापी जा रही है।  

माना जा रहा है की सरकार की ग्रामीण और शहरी संरचना योजनाओ में भारी निवेश के चलते सीमेंट स्टील और इंजीनियर सर्विसेज क्षेत्रों के कर्मचारियों के सालाना वेतन में अच्छी वृद्धि देखी जा सकती है ।

निरीक्षण के मुताबिक एट्रेशन दर 2013 के 18.5 प्रतिशत से घटकर 15.8 प्रतिशत पर आ गयी है। जो फिरसे एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि चुनावी वर्ष एक अनिश्चिताओं का समय माना जाता है, परन्तु सरकार की कार्यशैली पर निर्भर न रहते हुए, यह वृद्धि अगले साल तक बरक़रार रहने की उम्मीद है।