जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में सेना के एक जवान को घर से किडनैप करने खबर को सेना ने अफवाह बताया है। सेना का कहना है कि जवान अपने घर पर सुरक्षित है और इस तरह की कोई भी घटना नहीं हुई है। सेना ने कहा कि देशवासी अफवाहों पर ध्यान न दें।

कल रात से ऐसी खबर चल रही थी कि आंतकी गुट ने सेना के जवान को किडनैप कर लिया है और किडनैप किए गए जवान का नाम यासीन भट है और वह सेना की जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैन्ट्री के हैं और हाल ही में छुट्टी पर घर आए थे। भट के बारे में जो जानकारी आ रही थी उसके मुताबिक पिछले महीने 26 फरवरी से 31 मार्च तक की छुट्टियां बिताने घर आए हुए थे। वर्तमान में वह  देहरादून में तैनात हैं।

अफवाह  ये थी कि भट को सेंट्रल कश्मीर के काजीपोरा चादुरा स्थित उनके घर से चार संदिग्ध आतंकियों ने किडनैप किया है। काजीपोरा चादुरा श्रीनगर से 30 किमी दूरी पर स्थित है। ये भी कहा जा रहा था कि भट को किडनैप करने वाले बंदूकधारी एक कार से आए थे कार का नंबर पुंछ का नंबर लिखा हुआ था।

घाटी में पहले भी जवान हो चुके हैं किडनैप

घाटी में इससे पहले भी आंतकी सेना और पुलिस के जवानों को किडनैप कर मार चुके हैं। आंतकियों ने 2017 में छुट्टी पर घर आए लेफ्टिनेंट उमर फैयाज और 2018 में सिपाही औरंगजेब की अगवा कर हत्या  कर दी थी। उमर फैयाज को शोपियां और औरंगजेब को पुलवामा से किडनैप किया गया था। औरंगजेब भी जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैन्ट्री से जुड़े हुए थे।