सेना ने उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे नौगाम सेक्टर में घुसपैठ की एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया। इस कार्रवाई में चार जवान घायल हो गए। खबर लिखे जाने तक सेना की घुसपैठियों से मुठभेड़ जारी थी। 
 
सेना के सूत्रों ने 'माय नेशन' को बताया कि नौगाम सेक्टर में 8 बिहार रेजीमेंट ने एलओसी पर संदिग्ध गतिविधि देखी थी। इसके बाद सेना ने घुसपैठियों को चुनौती दी तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। सेना ने इसका करारा जवाब दिया। 
 
मुठभेड़ में चार जवान घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए श्रीनगर में सेना के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

मुठभेड़ स्थल पर अतिरिक्त बलों को भेज दिया गया है। इलाके में घुसपैठियों की खोज के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया है।  

खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान की सेना का इस तरह आतंकवादियों की मदद करना जारी है। एलओसी के रास्ते घुसपैठ कराने के लिए इस तरह की कार्रवाइयां की जा रही हैं। पाकिस्तानी सेना की ओर से एलओसी पर कई जगह माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। 

सात अगस्त को उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर में सेना ने घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया था। हालांकि इस दौरान मेजर केपी राणे, हमीर पोखरियाल, विक्रमजीत और मंदीप सिंह रावत शहीद हो गए थे।