नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर पाकिस्तानी सेना का दबाव साफ देखा जा रहा है। सेना के दबाव में इमरान खान ने पाकिस्तानी सेना के जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ा दिया है। पाकिस्तानी सरकार का कहना है कि मौजूदा हालत को देखते हुए बाजवा का कार्यकाल बढ़ाया गया है। आज प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा के कार्यकाल को तीन साल के लिए विस्तार को मंजूरी दी। असल में इमरान खान को लग रहा है कि आने वाले दिनों में उसकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इमरान खान को पीओके के हाथ से निकल जाने का डर सता रहा है। लिहाजा इमरान ने फिर बाजवा पर दांव खेला है।

आज प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा के कार्यकाल को तीन साल के लिए विस्तार को मंजूरी दी। इसके लिए पीएम कार्यालय द्वारा एक अधिसूचना जारी की गई। इसके मुताबिक  "जनरल क़मर जावेद बाजवा को वर्तमान कार्यकाल पूरा होने की तारीख से तीन साल के एक और कार्यकाल के लिए सेनाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।" इस अधिसूचना में लिखा गया है कि "क्षेत्रीय सुरक्षा माहौल को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।" गौरतलब है कि पिछले दिनों पीओके की एसेंबली में इमरान खान ने कहा था कि भारत बालाकोट से बड़ा हमला कर सकता है। इमरान को पीओके के हाथ से निकल जाने का खतरा दिख रहा है। साथ ही बलूचिस्तान में भी उसे विद्रोह की आशंका है। लिहाजा इमरान ने बाजवा का कार्यकाल पाकिस्तानी सेना के दबाव में बढ़ाया है।

पाकिस्तानी जनरल बाजवा को नवंबर 2016 में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा सेना के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था  और उनका कार्यकाल इस साल नवंबर में खत्म हो रहा था। लिहाजा इमरान सरकार ने बाजवा का कार्यकाल तीन साल के लिए और बढ़ा दिया है। असल में इमरान को पाकिस्तानी सेना का समर्थन है और पाकिस्तानी सेना ने इमरान खान को चुनाव में पिछले दरवाजे से मदद की थी। जिसके बाद पाकिस्तान में हुए चुनाव में इमरान खान को बहुमत मिला था। इमरान खान पाकिस्तानी सेना के दबाव में तभी उन्होंने बाजवा को तीन साल का सेवा विस्तार दिया है।

सबसे ज्यादा सेना पर खर्च करता है पाकिस्तान

अप्रैल 2018 में स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान हर साल 11.4 बिलियन डॉलर की राशि सेना पर खर्च करता है और यह विश्व का 20 वां देश है जो सेना पर सबसे ज्यादा खर्च करता है। पाकिस्तान का सैन्य खर्च सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का चार प्रतिशत है, जो 2004 के बाद से उच्चतम स्तर है। वहीं अमेरिका दुनिया में सबसे ज्यादा सेना पर खर्च करता है। लेकिन पिछले एक दशक में अमेरिका ने अपने सैन्य खर्चों में 17 फीसदी की कमी की है।