नई दिल्ली।  कांग्रेस एक बार फिर फिर राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने की मांग उठने लगी है। इस बार कांग्रेस की सर्वोच्च संस्था कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग की। बैठक में गहलोत का समर्थन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने भी किया है।  गहलोत ने कहा कि पार्टी को एक वर्चुअल मीटिंग बुलानी चाहिए और इसमें राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त करन करना चाहिए।


असल में कांग्रेस में रह रह कर राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान सौंपने की मांग उठती रहती है।  हालांकि अभी तक पार्टी में पूर्ण कालिक अध्यक्ष नहीं है। सोनिया गांधी अभी भी अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर कार्य कर रही है। वहीं एक बार कांग्रेस के भीतर राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान सौंपने की मांग उठ रही हैं। लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन बाद करीब एक महीने तक चले ड्रामे के बाद कांग्रेस में सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया था।  

राहुल गांधी ने साफ कहा था कि पार्टी में गांधी परिवार के बार के किसी नेता को पार्टी की कमान सौंपी जाए। लेकिन पार्टी ने अंतत सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया। राहुल गांधी 2017 में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने और उससे पहले वह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर थे।। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं। आज कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पार्टी ने कोरोना, तेल के दाम और चीन के साथ सीमा पर जारी तनाव को लेकर चर्चा की और केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया।


वहीं राहुल गांधी को लेकर पहले भी कांग्रेस में एक धड़ा उन्हें  पार्टी की कमान सौंपे जाने की मांग कर रहा है।  हालांकि वर्तमान में कांग्रेस में दो धड़े हैं। एक वो धड़ा है जो उम्रदराज है और सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताता है जबकि दूसरा धड़ा  युवा नेताओं को है जो सोनिया के कमान संभालने के बाद हाशिए पर चला गया है। लिहाजा युवा धड़ा चाहता है कि पार्टी के अध्यक्ष के पद पर राहुल गांधी को फिर नियुक्त किया जाए।