मस्तिष्क शांत नहीं है और जीवन में निगेटिविटी बनी हुई है तो अश्वगंधारिष्टं एक अचूक औषधि हो सकती है। इस औषधि में तनावमुक्त रखने की क्षमता है। जिन लोगों को तनाव और उससे जुड़ीं हुईं समस्याएं हैं, आयुर्वेद उनके लिए अश्वगंधारिष्टं लेने की सलाह लेता है। यह मानसिक तनाव से मुक्त करके एक ऊर्जावान और जीवंत जीवन जीने में मदद करेगा। इसके भोजन, निद्रा और वैवाहिक जीवन में संतुष्टि देने की क्षमता रखते हैं। इस औषधी को बनाने में 45 दिन लगते हैं। आधुनिक जगत में अश्वगंधारिष्टं का महत्व बढ़ता जा रहा है। क्योंकि इसका प्रयोग ऑटिज्म, ध्यान का अभाव, सेरिब्रल पाल्सी और पार्किसन जैसे रोगों के उपचार में किया जाता है, जिन्हें भूलने की बीमारी, एपिलेप्सी , बार बार बेहोश होना, मंदबुद्धि, वजन में कमी आदि समस्याएं हैं, उनके लिए भी अश्वगंधारिष्टं लेने की सलाह दी जाती है।