अटल स्मृतियांः 'आओ फिर से दिया जलाएं'
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविताएं उन्हीं के स्वर में सुनना ऐसी अनुभूति है, जिसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। अटल आज नहीं हैं लेकिन उनकी कविताएं, उनका स्वर आज भी उतना भी प्रभावित करता है। 'माय नेशन' पर अटल जी की स्मृतियों के साथ सुनिए उनकी कविता 'आओ फिर से दिया जलाएं'।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविताएं उन्हीं के स्वर में सुनना ऐसी अनुभूति है, जिसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। अटल आज नहीं हैं लेकिन उनकी कविताएं, उनका स्वर आज भी उतना भी प्रभावित करता है। 'माय नेशन' पर अटल जी की स्मृतियों के साथ सुनिए उनकी कविता 'आओ फिर से दिया जलाएं'।